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राम के वियोग में दशरथ ने त्यागे प्राण

श्रवण कुमार के माता-पिता से शापित दशरथ के चार पुत्र होने के बावजूद उनके मरणोपरांत पर एक भी पुत्र उनके पास नहीं था। गुरु वशिष्ठ ने दशरथ के दोनों पुत्र भरत शत्रुघ्न को ननिहाल से बुलवाकर दशरथ का दाह संस्कार करवाया ।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 11:38 PM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 11:38 PM (IST)
राम के वियोग में दशरथ ने त्यागे प्राण
राम के वियोग में दशरथ ने त्यागे प्राण

सिद्धार्थनगर : सहिजवार में चल रही रामलीला मंचन में रविवार को दशरथ मरण तथा भरत मिलाप की लीला दिखाई गई। इस दौरान राम-लक्ष्मण सीता के वापस अयोध्या नहीं लौटने पर सुमंत द्वारा व्याकुल होकर विलाप किया गया। वहीं सुमंत के खाली हाथ लौटने पर व्यथित दशरथ ने अपने प्राण त्याग दिए।

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श्रवण कुमार के माता-पिता से शापित दशरथ के चार पुत्र होने के बावजूद उनके मरणोपरांत पर एक भी पुत्र उनके पास नहीं था। गुरु वशिष्ठ ने दशरथ के दोनों पुत्र भरत शत्रुघ्न को ननिहाल से बुलवाकर दशरथ का दाह संस्कार करवाया । पिता के प्राण तजने का कारण जब भरत को पता चला तो वह माता पर बहुत क्रोधित हुए और खरी खोटी सुनाई। भरत बिना राज स्वीकार किए राम, लक्ष्मण सीता से मिलने वन को निकल पड़े और उन्हें वृतांत सुनाकर वापस अयोध्या चलकर राज्य संभालने की विनती की। परंतु राम ने माता-पिता की आज्ञा को शिरोधार्य समझकर भरत के आग्रह को इन्कार कर उन्हें वापस अयोध्या लौट जाने को कहा। तब भरत ने भगवान राम की चरण पादुकाएं लाकर अयोध्या के राज सिंहासन पर विराजमान कर दी और प्रतिज्ञा की कि जब तक भगवान राम अयोध्या नहीं लौट आते तब तक वह मुनि वेश धारण कर अयोध्या वासियों की सेवा करते रहेंगे।

23 जनवरी को निकलेगी विश्व की सबसे लंबी तिरंगा यात्रा

विश्व का सबसे लंबा तिरंगा 23जनवरी को नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर निकाली जाएगी। 15 किमी. लंबी तिरंगा यात्रा के लिए 11 कुंतल कपड़े से तिरंगा तैयार किया गया है। इसके अलावा 1500 लोगों द्वारा मानव श्रृखंला बनाई जाएगी। यात्रा को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। समिति का गठन करने के साथ ही पदाधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जा रही है।

सोमवार को तिरंगा यात्रा को लेकर हुई बैठक में आयोजन समिति का गठन किया गया। जिसमें पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की गई। विश्व का सबसे लंबा तिरंगा समिति, आजाद हिद पूर्वांचल और कार्यक्रम संयोजक रमेश वर्मा व सह संयोजक दिलीप सोनी मुताबिक पंडित राजन चौबे अध्यक्ष, राजन मिश्र, आलोक पाठक, अमित श्रीवास्तव, सौरभ विश्वकर्मा और अखिल मिश्र उपाध्यक्ष, सिंहेश्वरी देवी मंदिर के संचालक और प्रभारी आचार्य दिव्यांशु को संचालनकर्ता, सुनील जायसवाल को संरक्षक, एसपी मिश्र और अतुल गुप्ता को जनसंपर्क प्रमुख, प्रभात तिवारी संगठन मंत्री, अंकित सिंह, सूरज सिंह, आशीष सिंह, विख्यात जायसवाल, हर्षित सिंह, प्रिस श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष, संतोष श्रीवास्तव मीडिया प्रभारी बनाए गए हैं।


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