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टूटे पोल व जर्जर तार से मंडरा रहा खतरा

क्षतिग्रस्त बिजली पोल और जर्जर तार से निजात नहीं मिल पा रही है। यह समस्या गांव से लेकर शहर तक है। जर्जर पोल से दुर्घटना का खतरा बना रहता है वहीं आए दिन तार टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है। जिस पर विभाग और शासन-प्रशासन का ध्यान नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 10:21 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 10:21 PM (IST)
टूटे पोल व जर्जर तार से मंडरा रहा खतरा
टूटे पोल व जर्जर तार से मंडरा रहा खतरा

सिद्धार्थनगर : क्षतिग्रस्त बिजली पोल और जर्जर तार से निजात नहीं मिल पा रही है। यह समस्या गांव से लेकर शहर तक है। जर्जर पोल से दुर्घटना का खतरा बना रहता है, वहीं आए दिन तार टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है। जिस पर विभाग और शासन-प्रशासन का ध्यान नहीं है।

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गांव-गांव बिजली पहुंचाने की दिशा में विभाग और सरकार गंभीर रहती है। परंतु पुराने दयनीय हो चुके तार व पोल पर उसका ध्यान नहीं पहुंच पा रहा है। कई जगहों पर बिजली के पोल खतरनाक ढंग से झुके हुए हैं तो कुछ नीचे से टूट हुए हैं। कहीं-कहीं तो बरसों पहले जो लकड़ी के पोल लगे थे, वह बदले नहीं जा सके हैं, उसी पर आपूर्ति संचालित हो रही है। दशकों पुराने तार व पोल को बदलने में जिम्मेदार कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं।

नगर पंचायत का पिउरिया बिस्कोहर नगर पंचायत के पिउरिया में लड़की के पोल और केबिल से विद्युत आपूर्ति का संचालन हो रहा है। कई पोल खतरनाक स्थिति में झुके हुए हैं। जो पोल लगे हैं वह भी जर्जर। घरों के पास से तार को दौड़ाया जा रहा है। दशकों से व्यवस्था चल रही है। इधर डेढ़ साल से पिउरिया शहरी क्षेत्र में आ गया है, लेकिन अभी तक न तो तार बदले गए हैं न ही पोल।

खरैली-खरैला व सुकालाजोत सुकालाजोत में तार इतने जर्जर हो चुके हैं, उसे जगह-जगह लकड़ी की पट्टी से बांधकर सहारा दिया गया है। घरों के ऊपर से भी नंगा तार गया हुआ है। खरैली-खरैला में तो हाइटेंशन तार घरों के छत से ऊपर गया हुआ है। कई पोल भी पुराने हो चुके हैं। यदि कभी विद्युत तार टूटे तो कोई भी हादसे होने की आशंका में ग्रामीण भयभीत रहते हैं।

बिस्कोहर मुख्य बाजार का हाल बिस्कोहर नगर निकाय के मुख्य बाजार में लोहे के टूटे पोल के सहारे आपूर्ति हो रही है। समस्या काफी दिनों से बनी है। आबादी व घरों के बीच से तार दौड़ाया गया है। बाजार होने के कारण भीड़ लगी रहती है। हर समय दुर्घटना के आसार बने रहते हैं। नागरिकों की ओर से बार-बार आवाज उठाई गई, पर तार बदलने की दिशा में जिम्मेदारों ने चुप्पी साधे रखी है।

- मनिकौरा में नीचे लटक रहा तार तरहर सब स्टेशन से जुड़े मनिकौरा गांव में भी जर्जर तार व पोल की समस्या है। तार तो काफी नीचे लटक रहे हैं। जिसके कारण गांव के एक व्यक्ति का भवन निर्माण भी रुका हुआ है। हाइटेंशन तार होने के कारण खतरा बना रहता है। विभागीय अधिकारियों से ग्रामीणों ने शिकायत की, लेकिन समस्या समाधान की दिशा में अब तक कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।

किशोर की जा चुकी है जान

मिश्रौलिया थानांतर्गत ग्राम उड़वलिया में 11 हजार विद्युत तार टूटकर जमीन पर पड़ा था। जिसके चपेट में भैंस चरा रहा किशोर प्रमेश चपेट में आ गया, जिसकी उसकी मौत हो गई। घटना 14 नवंबर को हुई थी।

एसडीओ विद्युत कौशल किशोर ने कहा कि प्रधानमंत्री रिवेंपड योजना शुरू हो रही है। जनवरी 2022 से ये योजना कार्य करना शुरू कर देगी। जिसमें जहां-जहां जर्जर विद्युत तार, पोल अथवा लाइन विस्तार का कार्य होगा, सभी कराए जाएंगे। इस क्षेत्र में भी जहां जर्जर पोल व तार हैं, इसी योजना में बदले जाएंगे।


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