खाते से हेराफेरी को लेकर पूर्वाचल बैंक पर धरना
बैंक खाते से रुपयों की हेराफेरी के मामले में बैंक उपभोक्ताओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कलेनिया स्थित पूर्वांचल बैंक शाखा पर धरना देते हुए प्रदर्शन किया। शाखा प्रबंधक को दिए ज्ञापन में पूरे मामले की जांच करने खाता धारकों का वापस दिलाने एवं दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई।
सिद्धार्थनगर :बैंक खाते से रुपयों की हेराफेरी के मामले में बैंक उपभोक्ताओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कलेनिया स्थित पूर्वांचल बैंक शाखा पर धरना देते हुए प्रदर्शन किया। शाखा प्रबंधक को दिए ज्ञापन में पूरे मामले की जांच करने, खाता धारकों का वापस दिलाने एवं दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई।
बैंक शाखा से चौराहे पर ग्राहक सेवा केंद्र संचालित है। जहां बड़ी संख्या में ग्राहक अपना उपभोक्ता पैसा जमा करते थे। इधर कुछ दिनों से बिना उपभोक्ताओं की जानकारी खाते से पैसा गलत तरीके से निकाल लिया गया। इस मामले को लेकर आज राष्ट्रीय समाजसेवी परिषद के मंडल अध्यक्ष डा. अफरोज खान व जयहो फाउंडेशल के अध्यक्ष अफरोज मलिक की अगुवाई में दर्जनों ग्राहक एवं नागरिक बैंक गेट के सामने धरने पर बैठ गए। इस बीच व्यवस्था को लेकर जमकर नारेबाजी की गई। बाद में मौके पर आए शाखा प्रबंधक को ज्ञापन दिया गया। परवेज मलिक, कामरान अहमद, शहनवाज अहमद, सौरभ चौधरी, मोमिना, गोल्डी तिवारी, जमाल, मतीबुल्लाह, मुबारक अली, नईम आदि मौजूद रहे।
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इनके खाते से धन गायब
वैसे तो कई ग्राहकों के खाते से पैसा गायब हुआ। परंतु आज मौके पर जो उपभोक्ता मौजूद रहे, उनमें मोमिना खाता संख्या 75091745790 से 49000, निधि तिवारी 75078839845 राशि 32000, गोल्डी तिवारी 750775559064 राशि 15000 दूसरे के खाते में ट्रांसफर कर दी गई। बकौल डा. अफरोज व अफरोज मलिक निष्पक्ष जांच हो तो लाखों रुपये की हेराफेरी का मामला सामने आ सकता है। हैरानी की बात यह है कि इधर तीन महीने से ग्राहक सेवा केंद्र का संचालक भी गायब है।
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क्या कहते हैं शाखा प्रबंधक
पूर्वांचल बैंक के शाखा प्रबंधक विजय प्रकाश ने कहा कि फिलहाल तीन-चार ग्राहकों द्वारा उन्हें शिकायती पत्र दिया गया है। संचालक गायब चल रहे हैं, वैसे कार्रवाई के लिए बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय व थाने पर सूचना दी गई है।
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अभी तक कोई प्रार्थना पत्र नहीं मिला है। हां, आज ये मामला संज्ञान में आया है, संबंधित ग्राहकों से कहा गया है कि थाने पर शिकायती पत्र दें, अगर दिया जाता है तो फिर कार्रवाई की जाएगी।
सत्येन्द्र कुंवर, एसओ, इटवा