जानलेवा बना संपर्क मार्ग, सफर आसान नहीं
एनएच 233 से जुड़ने वाला यह मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है।
सिद्धार्थनगर : नौगढ़-महापाली- बर्डपुर संपर्क बने हुए पांच वर्ष भी नहीं बीते और सड़क जानलेवा हो गई। इस मार्ग पर राह चलना आसान नहीं है। दस किलोमीटर के सड़क में सिर्फ गड्ढे ही नजर आते हैं। एनएच 233 से जुड़ने वाला यह मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस रास्ते पर आने जाने वाले लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। छोटे-बड़े वाहन सवार गिरकर चोटिल हो जाते हैं। सड़क की गिट्टियां उखड़ कर तितर-बितर हो चुकी हैं। इस मार्ग पर एक दर्जन से अधिक प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक के साथ निजी विद्यालय संचालित है। बावजूद विभाग और जनप्रतिनिधियों का ध्यान इधर नहीं है। जबकि दर्जनों गांवों के लोगों का यह मुख्य मार्ग है। शासन ने फरमान जारी किया कि प्रदेश की सभी सड़क गड्ढा मुक्त करा दी जायेगी। यह सुनते क्षेत्र के लोगों में विश्वास जाग उठा कि इस टूटी सड़क का कायाकल्प होगा। जिससे राहगीरों को जोखिम भरा सफर करने से निजात मिल सकेगी।
दीनदयाल जायसवाल, राहगीर लोक निर्माण मंत्री को पत्र लिखकर सड़क को ठीक करने की मांग किया गया है। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। ओवरलोडेड गाड़ियों का आवागमन अधिक है। जिससे सड़क खराब हुई है।
हरिशंकर चौधरी, प्रधान प्रतिनिधि एनएच 233 के निर्माण में लगातार वाहन निर्माण सामग्री लेकर सड़क से चलते थे। जिस कारण सड़क टूट चुकी है। जनप्रतिनिधियों ने सड़क की जांच करते हुए निर्माण इकाई को कठघरे में खड़े करने की बात कही थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मोहम्मद सईद, ग्रामीण जब मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़क की स्थिति इतनी खराब है। सड़कों की क्या हाल होगी। उक्त मार्ग पर चलने के कारण अक्सर वाहन खराब हो जा रहे है। ऐसा लगता है कि हम लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है।
मोहम्मद अनीस, ग्रामीण कोट
अनधिकृत वाहनों के लोड से सड़क खराब हुई है। विशेष मरम्मत योजना में शामिल है। सु²ढीकरण और नवीनीकरण हेतु शासन से बजट की मांग की गई।
रमाशंकर यादव
अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी सन्तोरा-बरगदवा मार्ग बदहाल
जागरण संवाददाता, शोहरतगढ़: सन्तोरा से बरगदवा जाने वाली सडक बदहाल है। सात कलिोमीटर तक सड़क पर पचास से अधकि गांवों के लोगों का आवागमन होता है।
विश्वजीत उपाध्याय, प्रधान संजय श्रीवास्तव, मनोज पाल, गौरीशंकर, नीतीश मिश्रा आदि ने कहा कि सड़क के आसपास दर्जनों गांव पडते हैं। सन्तोरा के पास बीस मीटर लंबा कटान है। देवकली गंज, सेहुडा और चनरगड्डी में दो फिट पानी हमेशा भरा रहता है। बरगदवा के पास भी जल-जमाव रहता है।जिससे राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है।