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कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस ने निकाली पदयात्रा

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आहवान पर कांग्रेसियों ने गुरुवार को तीन काले कानून के विरोध में पदयात्रा निकाली। जिलाध्यक्ष काजी सुहेल अहमद की अगुवाई में पदयात्रा के दौरान पार्टी के लोगों ने कृषि कानून से किसानों को होने वाले नुकसान आदि के बारे में जानकारी दी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 12:36 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 12:36 AM (IST)
कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस ने निकाली पदयात्रा
कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस ने निकाली पदयात्रा

सिद्धार्थनगर: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आहवान पर कांग्रेसियों ने गुरुवार को तीन काले कानून के विरोध में पदयात्रा निकाली। जिलाध्यक्ष काजी सुहेल अहमद की अगुवाई में पदयात्रा के दौरान पार्टी के लोगों ने कृषि कानून से किसानों को होने वाले नुकसान आदि के बारे में जानकारी दी।

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सनई चौराहे पर नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ शुरू हुई पदयात्रा चौराहे के भ्रमण करने के बाद समाप्त हो गई। जिलाध्यक्ष काजी सुहेल अहमद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी तीनों काले कृषि कानून का विरोध करते रहेंगे। पूर्व सांसद मोहम्मद मुकीम ने कहा कि कृषि काले कानून के आड़ में केंद्र सरकार किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाना चाहती। कांग्रेसी नेता डा. चंद्रेश उपाध्यक्ष ने कहा कि इसके विरोध में पूरे देश का अन्नदाता किसान आन्दोलन कर रहा है, लेकिन सरकार बलपूर्वक किसानों के आंदोलन को कुचलना चाहती है। इस मौके पर देवेन्द्र कुमार गुड्डू, सच्चिदानंद पाण्डेय, मौलाना हमीदुल्लाह चौधरी, डा रमेश चौधरी, किरन शुक्ला, नादिर सलाम, दीपक यदुवंशी, सादिक अहमद, मैनुद्दीन प्रधान, राजन श्रीवास्तव, रियाज मनिहार, लक्ष्मी रमण त्रिपाठी, लक्ष्मी यादव, आसिफ रिज्वी, आशुतोष मिश्रा, रितेश त्रिपाठी, कृष्ण गोपाल चौधरी, कृष्ण बहादुर सिंह, राम चन्दर पाण्डेय, सतीश त्रिपाठी, मुकेश चौबे, जितेन्द्र धरना द्विवेदी, तौकीर मालिक, जाकिर हुसैन, ज्योति पाण्डेय, जाफर अली, राजेश चौधरी, ़खालिद खान आदि मौजूद रहे। राजकीय मेले का दर्जा मिलने का रास्ता साफ सिद्धार्थनगर :कार्तिक पूर्णिमा पर पौराणिक नगर भारतभारी में राजकीय मेला लगाए जाने का प्रस्ताव शीघ्र स्वीकृत होगा। शासन ने एडीएम के मार्फत रिपोर्ट मांगी थी जो ईओ से होते हुए शासन को प्रेषित कर दी गई है।

वर्ष 1875 के गजेटियर में ऐतिहासिक नगरी भारतभारी में वृहद रूप से मेला आयोजन का उल्लेख है। यह भी लिखा है कि उस वक्त के मेले में 50 हजार श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया। तबसे लेकर निरंतर यहां मेला आयोजित होता रहा। सिर्फ कोरोना संक्रमण काल में इस बार मेले का आयोजन नहीं हुआ। लेकिन आगामी मेला सामान्य मेला न होकर राजकीय होगा। विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह के प्रस्ताव पर शासन ने एडीएम से रिपोर्ट मांगी थी। जो बीते महीने ईओ ( अधिशासी अधिकारी) भारतभारी के जरिये प्रेषित कर दी गई है। उम्मीद है कि शीघ्र ही भारतभारी मेले को यह पहचान मिल जाएगी। पंकज पांडेय, जग्गू लाल, रामविलास कन्नौजिया, बाबा कृष्णामणि दास, कुलदीप पाण्डेय, आकाश आदि ने विधायक को प्रक्रिया शुरू कराने के एवज में धन्यवाद ज्ञापित किया। एडीएम सीताराम गुप्त ने बताया कि प्रक्रिया जारी है। जल्द ही शासन से संस्तुति मिलने की उम्मीद है।


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