निर्धारित समय पूरा, निर्माण अधूरा
डुमरियागंज तहसील क्षेत्र बिजली की समस्या से जूझ रहा है। समस्या से निजात दिलाने के लिए दो 33/11 केवी सब स्टेशन की सौगात मिली है। करीब साढ़े चार करोड़ की लागत से बेवा चौराहा व इतने ही लागत भारत भारी में सब स्टेशन बनना था।
सिद्धार्थनगर : डुमरियागंज तहसील क्षेत्र बिजली की समस्या से जूझ रहा है। समस्या से निजात दिलाने के लिए दो 33/11 केवी सब स्टेशन की सौगात मिली है। करीब साढ़े चार करोड़ की लागत से बेवा चौराहा व इतने ही लागत भारत भारी में सब स्टेशन बनना था। पहले भूमि को लेकर माथा-पच्ची हुई, फिर फाइनल हुआ कि भारत भारी का सब स्टेशन रीवा (कुर्थीडीहा) और बेवा का स्टेशन ग्राम तिलगड़िया में बनेगा। जमीन सुरक्षित की गई, वर्ष 2017 में इसका निर्माण शुरू हुआ। निर्धारित किया गया, कि दोनों सब स्टेशन का निर्माण जुलाई 2018 में पूर्ण कराकर सप्लाई चालू करा दी जाएगी। परंतु जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते कोई स्टेशन चालू नहीं हो सका है। तिलगड़िया की स्थिति तो कुछ ठीक दिखाई दे रही है, लेकिन रीवा की हालत बद से बदतर है। यहां निर्माण अभी प्रारंभिक दौर में है। जिस सुस्ती से कार्य हो रहा है, उसको देखते हुए इस पूरे साल काम पूरा होने की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। निर्माण में उदासीनता के चलते पिछले दिनों विधायक राघवेन्द्र ¨सह ने नाराजगी भी जताई थी और अधिकारियों को हिदायत दी थी कि, कार्य में तेजी लाएं अन्यथा ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेट करते हुए भुगतान रोक दें। इसके बाद भी विभाग के आला अधिकारी इस दिशा में उदासीन बने हुए हैं। पावर ग्रिड की देखरेख में चल रहे निर्माण की वर्तमान स्थिति को देखे, तो रीवा में अभी पीटीआर, पीआइ, बीसीटी, ट्रांसफार्मर रखने वाले स्थान आदि सभी कार्य निर्माणाधीन हैं। जबकि उक्त कार्य काफी पहले पूर्ण हो जाने चाहिए। न तो अभी कंट्रोल रूम बन सका है और न ही लाइन दौड़ाने के काम की शुरूआत हो सकी है। निर्धारित समय जुलाई 2018 तो पूर्ण हो चुका है, इस पूरे वर्ष में क्या निर्माण पूरा हो पाएगा, कह पाना मुश्किल है। जहां तक तिलगड़िया की बात है, तो सब स्टेशन के लिए पीटीआर, पीआइ, बीसीटी, ट्रांसफार्मर रखने वाला स्थान बनकर पूर्ण हो चुका है। जगह-जगह पोल दौड़ाकर तार भी खींचना शुरू हुआ, परंतु ठेकेदार की लापरवाही भी उजागिर हो रही है, जगह-जगह पोल बारिश में एक तरफ पोल अभी से झुक गए हैं। नागरिकों का मानना है कि यदि दोनों सब स्टेशन बनकर तैयार हो जाएं और आपूर्ति का संचालन शुरू कर दिया जाता है, तो विद्युत समस्या काफी हद तक दुरुस्त हो जाएगी। इस बारे में पावर ग्रिड के डिप्टी मैनेजर पी सी शर्मा का कहना है, कि पिछले वर्ष ही निर्माण शुरू हो गया है। जुलाई 2018 में इसे पूर्ण हो जाना था, परंतु कुछ वजहों से इसमें देरी हुई है। तिलगड़िया में तो जल्दी निर्माण पूर्ण हो जाएगा, परंतु रीवा में थोड़ा समय लगेगा। वैसे ठेकेदार से कहा जा रहा है, कि निर्माण में तेजी लाएं जिससे स्टेशन का संचालन शीघ्र शुरू कराया जा सके।