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पकड़ी चौराहा बना बेसहारा पशुओं का आश्रय स्थल

जनपद  मुख्यालय से सटे पकड़ी चौराहा बेसहारा पशुओं का अड्डा बन चुका है। छोटे बड़े वाहन चालकों एवं राहगीरों के लिए सिरदर्द है। मवेशी सड़क के दोनों तरफ झुंड में खड़े रहते हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 10:41 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 06:11 AM (IST)
पकड़ी चौराहा बना बेसहारा 
पशुओं का आश्रय स्थल
पकड़ी चौराहा बना बेसहारा पशुओं का आश्रय स्थल

फोटो-22एसडीआर-6

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सिद्धार्थनगर : जनपद  मुख्यालय से सटे पकड़ी चौराहा बेसहारा पशुओं का अड्डा बन चुका है। छोटे बड़े वाहन चालकों एवं राहगीरों के लिए सिरदर्द है। मवेशी सड़क के दोनों तरफ झुंड में खड़े रहते हैं। इनके अचानक सड़क पर आ जाने से राहगीर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। दिन में मवेशियों की नजर किसानों की फसल पर होती है। मौका मिलते ही यह किसानों की गाढ़ी कमाई को चट करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। शाम ढलते ही इनका झुंड उसका-नौगढ़ मुख्य मार्ग आश्रय स्थल होता है। बाइक सवार तो किसी तरह किनारा करते हुए निकल जाते हैं, लेकिन भारी वाहनों का निकलना कठिन होता है। यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव प्रदीप ठकुराई, समाजसेवी राकेश दत्त त्रिपाठी, चंद्रमणि त्रिपाठी, देवदत्त,दुर्गादीन, रमेश आदि लोगों ने प्रशासन से बेसहारा पशुओं को गोशाला में भेजवाने की मांग की है।


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