अटैच चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की बनेगी सूची
एक लैब सहायक तो सीएमओ कार्यालय में एक पटल पर बाबू का काम कर रहे हैं। यहीं हाल चिकित्सकों की भी है। सीएचसी-पीएचसी पर तैनात चिकित्सक भी खुद को संयुक्त जिला अस्पताल में संबंध होकर शहर में प्राइवेट प्रेक्टिस में लिप्त हैं।
सिद्धार्थनगर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश का असर जनपद में दिखने लगा है। स्वास्थ्य विभाग अब ऐसे चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की कुंडली खंगालने में जुट गया है, जो संबद्धता का सहारा लेकर अपने मूल काम को छोड़कर दूसरे कार्यों में लगे हैं।
एक लैब सहायक तो सीएमओ कार्यालय में एक पटल पर बाबू का काम कर रहे हैं। यहीं हाल चिकित्सकों की भी है। सीएचसी-पीएचसी पर तैनात चिकित्सक भी खुद को संयुक्त जिला अस्पताल में संबंध होकर शहर में प्राइवेट प्रेक्टिस में लिप्त हैं। मुख्यमंत्री ने आदेश जारी कर कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की संबंद्धता रद की जाए। उन्हें मूल तैनाती स्थल पर भेजा जाए, जिससे वह मरीजों की सेवा कर सकें। इस आदेश के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। जुगाड़ के बल पर कमाऊ पदों पर कार्य कर रहे तमाम स्टाफ सकते में हैं। हालांकि उन्हें यह उम्मीद है कि वह बच जाएंगे। उसका सीएचसी पर तैनात एक चिकित्सक खुद को संयुक्त जिला अस्पताल में संबद्ध कराकर प्राइवेट प्रेक्टिस कर रहे हैं। यहीं हाल कई अन्य लोगों की भी है। विभागीय सूत्रों के अनुसार करीब 35 चिकित्सक व स्टाफ इसका फायदा ले रहे हैं।
सीएमओ डा. संदीप चौधरी ने बताया कि संबद्धता रद करने संबंधी शासन का आदेश अब तक नहीं मिला है, फिर भी सूची तैयार कराई जा रही है। आदेश मिलते ही इसे पारदर्शिता के साथ लागू किया जाएगा। बिना हेलमेट वाले चालकों का करें चालान
मार्ग दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू किया है। ट्रैफिक पुलिस को रविवार को शिफ्टवार प्रशिक्षित किया जाएगा। जनपद मुख्यालय पर तैनात यातायात पुलिसकर्मियों को एएसपी सुरेश चंदग रावत ने प्रशिक्षित किया। कहा कि बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चलाने वालों का चालान किया जाए।
कहा कि मई में 33 स्थानों पर मार्ग दुर्घटना हुई। इसमें 25 लोगों की जान चली गई। इनमें 13 दो पहिया वाहन चालक शामिल थे, जिन्होंने हेलमेट नहीं लगाया था। बिना हेलमेट चालकों को हर हाल में यात्रा करने से रोकना है।
एसपी कार्यालय में यातायात संचालन के लिए नियुक्त यातायात पुलिस, होमगार्ड व पीआरडी के कर्मियों को यातायात संचालन के संबंध में प्रशिक्षित किया गया। एएसपी रावत ने कहा कि ऐसे वाहन चालकों का चालान जरूर करें, जो शराब पीकर गाड़ी चलाते मिले। चार पहिया वाहन चलाते समय सीट-बेल्ट न लगाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करें। कहा कि दो पहिया वाहनों की सघनता से जांच की जाए। कहा कि जनपद मुख्यालय के अतिरिक्त बांसी, डुमरियागंज, इटवा व शोहरतगढ़ कस्बे में भी मुख्य चौराहों पर यातायात पुलिस की ड्यूटी लगाई जाएगी। एसओ सदर छत्रपाल सिंह यादव, टीएसआइ बाबूलाल, प्रद्युम्न शर्मा, अतुल कुमार पटेल,अजय कुमार राय, धर्मवीर यादव आदि मौजूद रहे।