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डुमरियागंज में कब्जा मुक्त हुई 204 एकड़ भूमि

नई किरण टीम ने रविवार को महिला थाना परिसर में महिला उत्पीड़न मामलों की सुनवाई की। दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाया। आपसी सुलह समझौते के आधार पर तीन परिवार के विवाद को समाप्त किया। कुल पांच मामले प्रस्तुत हुए। सभी में दोनों पक्ष मौजूद रहे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 10:48 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 10:48 PM (IST)
डुमरियागंज में कब्जा मुक्त हुई 204 एकड़ भूमि
डुमरियागंज में कब्जा मुक्त हुई 204 एकड़ भूमि

सिद्धार्थनगर : डुमरियागंज तहसील एक ऐसी तहसील है जिसमें 204 एकड़ भूमि अवैध कब्जेधारियों के कब्जे से मुक्त कराई गई है, अभियान अभी जारी है अभी इतनी ही भूमि और मिलने की आशा है। खाली हुई सरकारी संपत्ति की कीमत लगभग 500 करोड़ रुपये है, जो राज्य सरकार के नाम किया गया है। ये कार्य प्रशासन की कड़ी मेहनत की बदौलत ही संभव हो पाया है। इसके लिए प्रशासन बधाई का पात्र है। जिन्होंने इस काम को बखूबी अंजाम दिया।

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यह बातें विधायक आरपी सिंह ने व्यक्त कही। वह रविवार को पीडब्ल्यूडी डाकबंगले में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। डुमरियागंज तहसील क्षेत्र में राजस्व की भूमि पर लोगों ने कब्जा कर रखा था। विधायक ने कहा कि इस अभियान में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है। जहां भी सूचना मिल रही है कि सरकारी भूमि पर किसी का कब्जा है, तो त्वरित कार्रवाई हो रही है। माली मैनहा रोड पर 18 एकड़ भूमि जो पीपुल्स इंटर कालेज के नाम अंकित हुई थी उसे निरस्त कराया गया। सरदार सरोवर, दीवानी न्यायालय बार भवन, नदी व वन क्षेत्र की भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया। सरकार जिन विकास योजनाओं को लागू कर रही है उसकी जमीन डुमरियागंज से तैयार हो रही है। जो कार्य वर्षों से तहसील क्षेत्र में नहीं हुए उसे हमने पूर्ण कराया है, यह योगी सरकार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों की देन है। जो वर्षों से कब्जा जमाए भूमाफियाओं पर कार्रवाई हुई। एसडीएम त्रिभुवन, ईओ शिवकुमार, कोतवाल केडी सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।

नई किरण टीम ने खत्म की तीन परिवार की दूरियां

नई किरण टीम ने रविवार को महिला थाना परिसर में महिला उत्पीड़न मामलों की सुनवाई की। दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाया। आपसी सुलह समझौते के आधार पर तीन परिवार के विवाद को समाप्त किया। कुल पांच मामले प्रस्तुत हुए। सभी में दोनों पक्ष मौजूद रहे। टीम ने बांसी कोतवाली के जीवा गांव निवासी अंजनी पत्नी विजय उर्फ बबलू, इटवा थाना के बहादुरपुर गांव निवासी शारदा पत्नी तौलन व मोहाना थाना के महदेइया गांव निवासी साजिदा खातून पत्नी फिरोज अहमद के मामले को निस्तारित किया। पति व पत्नी एक साथ रहने के लिए राजी हुए। परामर्शदाता चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव, डा. विनयकांत मिश्रा, समशुल हक, एसओ महिला थाना मंजू सिंह, महिला मुख्य आरक्षी सरोज माला, आरक्षी ब्यूटी गिरी, किरन वर्मा आदि मौजूद रहे।


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