बिचौलियों का खूब तौला धान, इंतजार करते रह गए किसान
धान क्रय केंद्रों पर तौल बंद होने से औने-पौने दामों पर उपज बेचने को हो रहे विवश
श्रावस्ती : किसानों को उपज का उचित मूल्य देने के लिए शुरू किए सरकारी क्रय केंद्र पर बिचौलियों के हावी होने से इस व्यवस्था का लाभ आम किसानों को नहीं मिल पा रहा है। निर्धारित समय से लगभग एक माह पहले से ही क्रय केंद्रों पर तौल बंद हो गई। अपनी बारी आने का इंतजार करते रहे किसान अब औने-पौने कीमतों पर उपज बेचने को विवश हैं।
हरिहरपुररानी ब्लॉक के पटना खरगौरा गांव निवासी किसान छविलाल सोनी बताते हैं कि धान क्रय केंद्र साधन सहकारी समिति प्रहलादा पर नवंबर में उपज की बिक्री के लिए प्रपत्र जमा किए थे। 14 दिसंबर को तौल कराने की तारीख मिली थी। तय तिथि से एक दिन पहले केंद्र पर जाकर धान लाने के लिए पूछा तो कुछ दिन और इंतजार करने को कहा गया। इस दौरान बिचौलियों की तौल धड़ल्ले से होती रही। इसी क्रय केंद्र पर भगतराम ने भी अपने अभिलेख जमा कर रखे थे। इन दोनों किसानों के उपज की तौल अभी तक नहीं हो पाई है। भगतराम कहते हैं कि केंद्र पर प्रति क्विंटल निर्धारित दर से फीस देने वालों का धान बिक गया है। वास्तविक किसान अभी तक इंतजार कर रहे हैं। किसान धनीराम सोनी ने अकबरपुर स्थित क्रय केंद्र पर अपने प्रपत्र जमा किए थे। नवंबर से वे भी उपज की बिक्री के लिए बाट जोह रहे हैं। इनका कहना है कि केंद्र प्रभारी पांच बार तारीख दे चुके हैं। दो बार केंद्र पर जाकर धान लौट आया, लेकिन तौल नहीं हो पाई। अब तौल बंद होना बताकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। पूरे अधारी के गुलरा निवासी किसान रंजन द्विवेदी बताते हैं कि पहले हरिहरपुर क्रय केंद्र पर धान बिक्री के लिए कागज जमा किए। इस केंद्र का संचालन नहीं हुआ तो मोहम्मदपुरकला केंद्र पर अभिलेख जमा किए। इंतजार करते हुए तीन माह बीत चुके हैं। अभी तक तौल नहीं हो पाई है। पांडेयपुरवा निवासी किसान सुधीर पांडेय व हरिहरपुर के दिलीप ओझा ने बताया कि सरकारी धान खरीद की व्यवस्था रसूखदारों तक सीमित रह गई है। प्रपत्र जमा होने बाद भी यदि किसी किसान के धान का तौल नहीं हो पा रहा था तो उन्हें शिकायत करनी चाहिए थी। किसान अपनी असुविधा के संबंध में अभी भी साक्ष्य के साथ शिकायत करें तो जांच कराई जाएगी। क्रय केंद्र अभी भी खुले हैं, लेकिन पूरे प्रदेश में तौल बंद हैं। शासन से निर्देश मिलते ही तौल शुरू हो जाएगी।
- योगानंद पांडेय, एडीएम, श्रावस्ती।