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तराई की ड्योढ़ी पर धुंध की दस्तक

जागरण संवाददाता श्रावस्ती आसमान पर छाई धुंध ने रविवार को मौसम के मिजाज में बदलाव के संके

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 10:08 PM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 06:13 AM (IST)
तराई की ड्योढ़ी पर धुंध की दस्तक
तराई की ड्योढ़ी पर धुंध की दस्तक

जागरण संवाददाता, श्रावस्ती: आसमान पर छाई धुंध ने रविवार को मौसम के मिजाज में बदलाव के संकेत दे दिए है। पूरा दिन सूर्यदेव के दर्शन न होने और धुंध छाने से लोग आने वाली ठंड के प्रति सचेत हो चले हैं। दिन भर बदली छाई रहने और धूप न निकलने से लोगों को शाम ढलते ही हल्की सी ठंडक महसूस हुई। दिन में एसी-कूलर बर्दाश्त नहीं हुआ। कई बार तो पंखे की स्पीड भी कम करनी पड़ी।

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मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पर्यावरण में तेजी से हुए बदलाव के चलते इस साल मानसून देरी से आया और देरी से ही जा रहा है। इन दिनों हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से ठंड का एहसास हो रहा है। जिसके अब तेजी से बढ़ने के आसार हैं। पर्यावरण में हुए बदलाव के चलते फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ रहा है। कई क्षेत्रों में धान की फसल में बांदा रोग लग गया है।

इनसेट ---

यह रहा मौसम का हाल ---

रविवार को दिन का न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता अर्थात नमी का प्रतिशत 63 रहा। दिन में छह किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पश्चिमी दिशा से हवा चलती रही। तराई में शुरू हुई धान की कटाई सिरसिया: ब्लॉक क्षेत्र के आदिवासी थारू बाहुल्य गांवों में धान की कटाई का काम तेज हो चला है। थारू बाहुल्य वाले गांवों भचकाही, मोतीपुर कला, कटकुइयां, रावलपुर, बनकटी, रनियापुर, धाठुपुरवा, मसहा, बनगई आदि गांवों में थारू जनजाति के लोगों ने धान की कटाई तेज कर दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि पर्यावरण में हुए बदलाव के चलते तराई वाले इस क्षेत्र में धान की फसल जल्द तैयार हो गई है।


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