15 शिक्षकों पर लटकी सेवा समाप्ति की तलवार
श्रावस्ती जिले के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों में तैनात 15 शिक्षकों पर सेवा समाप्ति की तलवार लटक गई है। लंबे समय से बिना किसी सूचना के यह शिक्षक फरार चल रहे हैं। विभाग की ओर से नोटिस दिए जाने के बाद भी उपस्थित नहीं हुए हैं। शैक्षिक अभिलेख व चार फोटो के साथ बीएसए कार्यालय में 10 मार्च तक उपस्थित होने का अंतिम अवसर दिया गया है।
श्रावस्ती : जिले के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों में तैनात 15 शिक्षकों पर सेवा समाप्ति की तलवार लटक गई है। लंबे समय से बिना किसी सूचना के यह शिक्षक फरार चल रहे हैं। विभाग की ओर से नोटिस दिए जाने के बाद भी उपस्थित नहीं हुए हैं। शैक्षिक अभिलेख व चार फोटो के साथ बीएसए कार्यालय में 10 मार्च तक उपस्थित होने का अंतिम अवसर दिया गया है। तय समय बीतने के बाद इन्हें फर्जी शिक्षक मानते हुए सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी।
फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी हथियाने वाले शिक्षकों का राजफास होने के बाद जिले में वर्ष 2010 के बाद नियुक्त शिक्षकों के अभिलेखों का नए सिरे से सत्यापन कराया गया। यह कार्रवाई शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में शिक्षक बिना किसी सूचना के गायब हो गए थे। 12 शिक्षकों के अभिलेख फर्जी मिलने पर इनकी सेवा समाप्त करते हुए इनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। वेतन व अन्य मदों में किए गए भुगतान की वसूली के लिए भी नोटिस दी जा चुकी है। इस कार्रवाई से इतर 15 और शिक्षक लंबे समय से फरार चल रहे हैं। इन्हें अपना पक्ष रखने के लिए 10 मार्च तक उपस्थित होने का अंतिम मौका दिया गया है।
यह शिक्षक हैं फरार
प्रभारी बीएसए कमलेश कुमार ने बताया कि जमुनहा के प्राथमिक विद्यालय ददौरा के शिक्षक विनोद कुमार, अहिरन देवरा के शिक्षक संजय कुमार श्रीवास्तव, गयादत्तपुरवा के शिक्षक राजन शर्मा, लालबोझा दरबेश गांव की सोनू सबिता, लाल बोझा के रामशंकर, गजोबरी के रामलखन, सिरसिया ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय गुलरा की शिक्षिका प्रतिभा मित्तल, इकौना ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय गोमदापुर की शिक्षिका मोनिका सक्सेना, हरिहरपुररानी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय गोठवा प्रथम के शिक्षक विजय प्रकाश, असनहिरया के शिक्षक उमेश कुमार मिश्र, असईपुरवा के सुभाष चंद्र, बहादुरपुरवा के अनुराग यादव, सोरहिया के कृष्ण कुमार, दोंदरा के रामअचल यादव व गिलौला ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सोहरवापुरवा की प्रधान शिक्षिका चंद्र प्रभा त्रिपाठी लंबे समय से बिना किसी सूचना के गायब हैं।
एसआइटी भी कर रही जांच
शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के लिए शासन ने एसआइटी को जिम्मेदारी दी है। यह टीम आगरा विश्व विद्यालय के बीएड डिग्री धारक शिक्षकों के अभिलेखों की जांच कर रही है। श्रावस्ती के भी कुछ शिक्षक इस टीम के रडार पर हैं। एसआइटी के सदस्य जानकारी जुटाने के लिए कई बार जिले का दौरा कर चुके हैं।