लाल निशान के पार पहुंची राप्ती नदी, रास्तों पर चल रहा पानी
जमुनहा क्षेत्र में सहमे हैं तटवर्ती गांवों के लोग बटोर रहे गृहस्थी का सामान
श्रावस्ती : तराई में लगातार हो रही बारिश के साथ नेपाल के पहाड़ों का पानी आने से शुक्रवार को राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा। नदी खतरे के निशान 127.70 सेमी से 55 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों के लोग सहमे हैं। बाढ़ की आशंका को लेकर ग्रामीण अपने सामान बटोर रहे हैं। जमुनहा क्षेत्र में दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले रास्तों पर पानी चल रहा है।
सुबह बारिश के साथ दिन की शुरुआत हुई। पूरे दिन रुक-रुक कर रिमझिम फुहारें पड़ती रही। इस दौरान ठंडी हवा चलने से लोगों को उमसभरी गर्मी से राहत मिली। स्थानीय स्तर पर हो रही बारिश के साथ पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के पहाड़ों पर हो रही बरसात का पानी भी राप्ती नदी में आ रहा है। नेपाल से निकलने वाली राप्ती नदी जिले के जमुनहा तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत बेलरी में प्रवेश करते हुए आगे बढ़ती है। नेपाल से पानी आने के बाद राप्ती नदी का जलस्तर सुबह तेजी से बढ़ा। नदी खतरे के निशान 127.70 को पार करते हुए दोपहर 12 बजे तक 128.25 सेंटीमीटर पर पहुंच गई। नदी में पानी अधिक होने से तटवर्ती गांव में बाढ़ की स्थिति बन गई है। जमुनहा तहसील क्षेत्र के सर्रा, भौसाव, मानपुरवा, सीताराम पुरवा, वीरपुर लौकिहा, बरंगा, शिवराज पुर, मोहनपुरवा, भरथा, चमारनपुरवा, धर्मनगर, पोंदला, पोंदली, धोबिहा, सुखरामपुरवा, शमशेरगढ़, जोगिया, लक्ष्मनपुर सेमरहनिया, पिपरहवा, बलुहा, हरिहरपुर करनपुर में व चहलवा, अशरफनगर, असऱफा, सुल्तान जोत, टिकुइया समेत आसपास के अन्य गांव को जाने वाले रास्ते जलमग्न हो रहे हैं। देर रात तक तटवर्ती गांवों के बाढ़ के पानी से घिर जाने की आशंका बनी हुई है। जलस्तर बढ़ता देख नदी के किनारे स्थित गांवों के लोग सहमे हैं। बाढ़ प्रचंड होने पर गृहस्थी के सामान का नुकसान न हो, इसके लिए लोग अपना सामान समेट रहे हैं। राप्ती बैराज पर नदी के जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं। शाम को नदी का पानी घटने लगा। शाम छह बजे जलस्तर 128.00 सेमी रिकार्ड किया गया।
इनसेट
पूरे दिन छकाती रही बिजली
बारिश के बीच बिजली विभाग के तैयारियों की भी पोल खुल गई। जिले के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में पूरे दिन बिजली गुल रही। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ी। नगर क्षेत्र में भी बिजली की आवाजाही बनी रही। हल्की बारिश के साथ हो रही बिजली कटौती से उपभोक्ताओं में असंतोष दिखा।