श्रावस्ती: संदिग्ध परिस्थितियों में दारोगा की मौत, माथे पर लगी थी गोली-खून से सनी फर्श
माथे पर लगी मिली गोली, बिस्तर से नीचे फर्श पर पड़ा था शव। सुबह देर तक बाहर न निकलने पर आवास पहुंचे साथी पुलिसकर्मी तब हुई जानकारी। सर्विस रिवाल्वर से सुसाइड की आशंका।
श्रावस्ती(जेएनएन)। मल्हीपुर थानाक्षेत्र में एक दारोगा का शव संदिग्ध परिस्थितियों में रविवार सुबह उसके आवास पर पड़ा मिला। बताया जा रहा है कि सुबह देर तक कमरे से बाहर न निकले पर साथी पुलिसकर्मी आवास पर देखने गए तो घटना की जानकारी हुई। मृतक दारोगा के माथे में गोली लगी थी और शव बिस्तर से नीचे फर्श पर पड़ा पाया गया। सर्विस रिवाल्वर भी बगल में ही पड़ी थी। फिलहाल लोग आत्महत्या की आशंका जता रहे हैं। सूचना पर डीएम, एएसपी समेत प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
खून ये सनी थी फर्श
मामला मल्हीपुर थाना क्षेत्र के जमुनहा पुलिस चौकी का है। पुलिस के मुताबिक, दारोगा मनोज यादव(42) पुत्र बृजनाथ यादव को 26 अगस्त को थाना मल्हीपुर के जमुनहा पुलिस चौकी पर प्रभारी बनाया गया था। इससे पहले वे राजपुर पुलिस चौकी पर तैनात थे। शनिवार की देर रात मनोज सोने के लिए पुलिस चौकी परिसर में बने ग्राम पंचायत भवन स्थित अपने आवास में चले गए। रविवार की सुबह काफी देर होने के बाद भी जब वे आवास से बाहर नहीं निकले तो साथी पुलिसकर्मियों ने उन्हें फोन किया।फोन रिसीव न होने पर पुलिसकर्मी उनके आवास पर गए। दरवाजा खुला था और खून से लथपथ दारोगा का शव बिस्तर से नीचे फर्श पर पड़ा था। पास ही उनकी सर्विस रिवाल्वर पड़ी थी। रिवाल्वर की रस्सी मृतक दारोगा के हाथ में फंसी थी। उनके माथे पर गोली लगी थी। सिपाहियों ने इसकी सूचना थानाध्यक्ष को दिया। सूचना मिलते ही डीएम दीपक मीणा, एएसपी पी.राम, एसडीएम राजकुमार, सीओ भिनगा डॉ. जेबी यादव, जमुनहा रोहित यादव समेत भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल पर पहुंच कर साक्ष्य एकत्र किए।
क्या कहना है पुलिस का?
एएसपी ने घटना की सूचना मृतक दारोगा के परिवार को दी। एएसपी ने बताया कि मृतक दारोगा चंदौली जिले के बलुवा थाना क्षेत्र के हरधन गांव का निवासी थे। वर्तमान में परिवार के लोग इलाहाबाद रहते हैं। सभी लोग घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। जांच के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
आत्महत्या की आशंका
घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मी दबी जुबान आपस में मौत के कारणों पर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान जानकारी मिली कि मनोज का स्वास्थ्य कुछ दिनों से खराब चल रहा था। उसने घर जाने के लिए छुट्टी की अर्जी लगाई थी। अवकाश न मिलने से वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। इसी कारण से उसने आत्महत्या कर ली। हालांकि पुलिस विभाग के अधिकारियों ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।