महिलाओं की चौपाल में स्वावलंबन पर हो रही चर्चा
पीएम के लोकल को वोकल बनाने के आह्वान के बाद गांवों मे आधी आबादी के बीच स्वदेशी और स्वावलंबन की बयार बहने लगी है। इकौना ब्लॉक क्षेत्र के भिट्ठी गांव में महिलाएं कोरोना से परिवार को बचाने के साथ परदेश से लौटे मजदूरों के परिवार में आर्थिक संकट का सामना करने में खुद के योगदान की संभावनाएं ढूंढने में जुटी हैं।
श्रावस्ती: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल को वोकल बनाने के आह्वान के बाद गांवों मे आधी आबादी के बीच स्वदेशी और स्वावलंबन की बयार बहने लगी है। इकौना ब्लॉक क्षेत्र के भिट्ठी गांव में महिलाएं कोरोना से परिवार को बचाने के साथ परदेश से लौटे मजदूरों के परिवार में आर्थिक संकट का सामना करने में खुद के योगदान की संभावनाएं ढूंढने में जुटी हैं।
भिट्ठी गांव में गेहूं की साफ-सफाई के लिए आस-पड़ोस की महिलाएं एकत्र थीं। इस दौरान कोरोना के बढ़ रहे मामलों पर चर्चा के साथ बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। शहरों से लौट रहे मजदूरों की दुर्दशा, भविष्य में रोजी के संकट, श्रमिकों के गांव का पलायन रोकने व चीन को सबक सिखाने आदि पर भी प्रखरता से बातचीत हुई। सुनैना ने कोरोना को रोकने के लिए महिलाओं की ओर से परिवार के सदस्यों को घर में शारीरिक दूरी बनाने व स्वच्छता अपनाने का फार्मूला सख्ती से लागू करने का सुझाव दिया। राजपती ने बात को समर्थन देते हुए कहा कि मोदीजी इतने दिन तक खूब चेताइन अब महामारी से घर औ गांव बचावय खातिर खुद आगे आवय का पड़ी। कामकाज करते हुए बचैक पड़ी। बात मोदी की आयी तो रामावती बोली अच्छा अब ई लोग परदेश न जइहैं तौ काम कैसे चली? कविता ने मोदीजी के लोकल को वोकल बनाने के आह्वान का हवाला देते हुए कहा कि जिसके खेती है वह जमकर व्यापारिक खेती करे। खेत से जुड़े काम चक्की, ऑयल मिल, डेयरी, गुड़ बनाने, गन्ने की जूस मशीन लगा करके आमदनी बढ़ाएं। बिना खेत वालेन का मजूरी दै के साथ लगावै। नहले पर दहला जड़ते हुए छात्रा पूजा बोली यह संकट चाइना की करतूत से पैदा हुआ है। भारत का बाजार चाइना के सामान से पटा है। रक्षा बंधन आने वाला है। चाइना की राखी से बाजार सज जाएगा। इंटरनेट से डिजाइन सीख कर खाली समय में हम राखी बनाएं और घर के पुरुष सदस्य बाजार में सप्लाई करें या खुद दूकान लगाकर बेचें। चीन को सबक भी मिलेगा और पैसा घर में आएगा।