सावन के अंतिम सोमवार पर उमड़ा आस्था का सैलाब
पांडव कालीन विभूतिनाथ शिव मंदिर में देर शाम तक होता रहा जलाभिषेक जुटे रहे श्रद्धालु
संसू, सिरसिया(श्रावस्ती) : सावन के अंतिम सोमवार पर देवाधिदेव महादेव के जलाभिषेक के लिए शिव मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ा। सिरसिया स्थित पांडव कालीन विभूतिनाथ शिव मंदिर में देर शाम तक श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। शारीरिक दूरी बनाकर जलाभिषेक कराने के लिए पुलिस टीम भी पूरे दिन मशक्कत करती रही।
हिमालय की तलहटी में स्थित पांडव कालीन विभूतिनाथ (गुप्त काशी) शिवभक्तों की आस्था व विश्वास का केन्द्र माना जाता है। सावन के अंतिम सोमवार को ही पूर्णमासी होने से भारी संख्या में शिव भक्त भोर से ही गंगा स्नान कर गंगाजल, बेलपत्र, पुष्प, भांग, धतूर, शहद आदि हाथों में लेकर भगवाल भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए कतारबद्ध हो गए। मंदिर परिसर को भूत भावन भोले नाथ के ्रगगन भेदी जयकारों के रह रहकर गूंजता रहा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए एक स्थान पर भीड़ एकत्र न हो पाए इसके लिए प्रभारी निरीक्षक मनोज पांडेय ने एक दिन पूर्व ही परिसर में लगने वाली सभी दुकाने बंद करवा दी थी। सीमा क्षेत्र होने से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती गई थी। विभूतिनाथ आश्रम में भीड़ एकत्र होने पाए इसके लिए सुबह दो बजे ही मंदिर के कपाट खोल दिए गए। इसी प्रकार सोनपथरी आश्रम में भी शिव भक्तों का तांता लगा रहा। गिलौला के सदाशिव मंदिर समेत अन्य शिवालयों में भी विधि विधान से भगवाल भोलेनाथ का जलाभिषेक हुआ।