Move to Jagran APP

सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज का टोटा, भटक रहे मरीज

श्रावस्ती जिला अस्पताल समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रैबीज इंजेक्शन का टोटा बना हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Apr 2021 10:38 PM (IST)Updated: Fri, 02 Apr 2021 10:38 PM (IST)
सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज का टोटा, भटक रहे मरीज
सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज का टोटा, भटक रहे मरीज

श्रावस्ती : जिला अस्पताल समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रैबीज इंजेक्शन का टोटा बना हुआ है। कुत्ता, बिल्ली अथवा अन्य किसी जानवर के काटने पर इंजेक्शन लगवाने के लिए लोगों को भटकना पड़ता है। लगभग एक माह से आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध नहीं हैं।

loksabha election banner

कुत्ता, बंदर, बिल्ली, भेड़िया, ऊंट या फिर गीदड़ काटने पर शरीर में रैबीज फैलने का खतरा बना रहता है। इसके इलाज के लिए संयुक्त जिला चिकित्सालय भिनगा समेत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निश्शुल्क एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाया जाता है। श्रावस्ती के अस्पतालों में लगभग दो माह से यह इंजेक्शन समाप्त है। किसी जानवर के काटने पर इंजेक्शन लगवाने की मंशा लेकर अस्पताल आने वाले लोगों को निराश होकर वापस लौटना पड़ता है। एक अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 15 से 20 लोग एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंचते हैं। गर्मी का मौसम शुरू होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में तेजी आई है। ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी थी। ऐन वक्त पर इंजेक्शन समाप्त होने से पीड़ित भटक रहे हैं। इनसेट-

आवश्यक दवाओं का भी अकाल

अस्पताल में आवश्यक दवाओं का भी अकाल बना हुआ है। बेहतर स्वास्थ्य की अपेक्षा लेकर अस्पताल आने वाले बीमार लोगों को पैरासीटामाल व कैल्शियम की टेबलेट देकर वापस भेज दिया जाता है। गर्मी के मौसम में डायरिया के मरीज बढ़ जाते हैं। जिला अस्पताल में लगभग छह माह से मेट्रोजिल उपलब्ध नहीं है। अन्य दवाओं का भी संकट बना हुआ है। 350 रुपये में मिल रहा इंजेक्शन

दवा दुकान पर एंटी रैबीज इंजेक्शन 350 रुपये में मिल रहा है। कुत्ते के काटने पर घाव के अनुसार चिकित्सक इंजेक्शन लगाने की सलाह देते हैं। कुछ मरीजों को एक ही इंजेक्शन लगाया जाता है, जबकि कुछ को तीन से पांच भी लगते हैं। तीन इंजेक्शन बाजार से 1050 रुपये के मिलेंगे। अस्पताल में इंजेक्शन न होने से लोगों को खासे रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। भेजी गई है डिमांड

सीएमओ डॉ. एपी भार्गव ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में लगभग दो माह से एंटी रैबीज समाप्त है। लखनऊ में भी इंजेक्शन की किल्लत होने से इसकी आपूíत नहीं हो पा रही थी। जानकारी मिली है कि लखनऊ में कुछ इंजेक्शन आए हैं। इनकी उपलब्धता कराने के लिए पत्र लिखा जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.