सीमा पर चीनी टेंट में नेपाली प्रहरी
एसएसबी बीओपी के समानांतर नेपाल स्थापित कर रहा प्रहरी चौकियां नेपाल के मानचित्र विवाद से उपजे हालात के बाद बढ़ाई गई हैं चौकियां
विजय द्विवेदी, श्रावस्ती : एलएसी पर भले ही चीन के तंबू उखड़ गए हों, लेकिन भारत-नेपाल सीमा पर नेपाल ने पहरेदारी बढ़ा दी है। खुली सीमा पर नेपाल एसएसबी बीओपी (बार्डर आउट पोस्ट) के समानांतर प्रहरी चौकियों की स्थापना कर रहा है। नेपाली प्रहरियों के ठहरने के लिए चीनी टेंट लगाए गए हैं।
श्रावस्ती जिले का सिरसिया व जमुनहा ब्लॉक नेपाल सीमा से सटा है। लगभग 62 किमी सीमा दोनों देशों को जोड़ती है। पहाड़ी भूमि व वनों से आच्छादित यह सीमा पूरी तरह से खुली है। तस्करी, राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीमा पर लगभग 20 वर्षों से एसएसबी जवानों की तैनाती है। नेपाल के मानचित्र विवाद से उपजे हालात के बाद नेपाल ने प्रहरी चौकियों की संख्या बढ़ाने का काम तेज कर दिया है।
नेपाल से श्रावस्ती, बहराइच व बलरामपुर जिले की 244 किमी सीमा सटी है। अकेले श्रावस्ती में 62 किमी सीमा नेपाल से लगी है। भारत के 38 व नेपाल के लगभग 40 गांव सीमा से सटे हैं। दोनों देशों के बीच रिश्तों की मिठास अभी भी घुल रही है। रोटी-बेटी का रिश्ता भी आम है। इन सबके बीच नेपाल में नए नक्शे को संसद में पारित किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तल्खी का माहौल पैदा हो गया। इसी दौरान कोरोना संक्रमण भारत व नेपाल के रिश्तों के बीच नया पेच लेकर आया। लॉकडाउन लग जाने से सीमा सील हो गई और दोनों देशों की आवाजाही पर विराम लग गया तो नेपाल में चीन शिकंजा कसने लगा। चीन से भेजे गए आपदा के टेंट में सीमा पर नेपाल चौकी स्थापित कर प्रहरियों की तैनाती करने लगा। इसकी पुष्टि अभी हाल में नेपाल राष्ट्र के जिला डांग के भउवा नाके पर सशस्त्र प्रहरी बल के चौकी का उद्घाटन करने आए डीआइजी पांचवी वाहिनी प्रमुख किशोर प्रधान ने की। उन्होंने कहा कि सीमा की सुरक्षा के लिए मित्र देश भारत के बीच आपसी समन्वय स्थापित करते हुए नेपाल के 77 जिलों की सीमाओं पर अपने जवान तैनात कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के एसएसबी जवानों के सहयोग से सीमा गश्त व अपराधिक गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए इन चौकियों पर प्रहरियों की तैनाती की जा रही है। इन सबके बावजूद सीमा पर चीनी टेंट में रह रहे नेपाली सुरक्षा बल के जवानों का रवैया काफी बदल गया है। चीन के साथ बिगड़े हालात के बाद सीमावर्ती नेपाल क्षेत्र में सोनपथरी, भैंसाही नाका, बड़वा नाला, भउवा नाका, सुइया, तुरषमा, घोड़दौरिया, रोशनपुरवा, हकीमपुरवा व छोटी सुइया समेत दर्जन भर स्थानों पर लगे चीन के टेंट नेपाल की भारत से दूरी के गवाह बन रहे हैं। लगे टेंट में चीनी भाषा में आपदा से रिलीफ लिखा है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना कॉल में चीन से आपदा में सहयोग के बहाने टेंट भेजा गया है। जिसका प्रयोग नेपाल, सीमा सुरक्षा में लगे प्रहरियों के लिए उपयोग कर रहा है। एएसपी बीसी दूबे बताते हैं कि सीमा पर एसएसबी व सिविल पुलिस सतर्क है। सीमावर्ती गांवों में सजगता का पैगाम भी दिया जा रहा है।