नेपाल सीमा से बढ़ी घुसपैठ की आशंका
तनी कोहरे की चादर का तस्कर भी उठा सकते हैं लाभ खबरदार कर रहीं खुफिया एजेसियों की रिपोर्ट
विजय द्विवेदी, श्रावस्ती : भारत-नेपाल सीमा पर इन दिनों कोहरे की चादर तन गई है। तकरीबन पौने 200 किमी सीमा कोहरे की चपेट में है। ऐसे में खुली सीमा का लाभ उठाकर कोहरे की आड़ में आतंकियों के घुसपैठ की संभावना प्रबल हो गई है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद सीमावर्ती थानों के साथ एसएसबी को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद खुले फाटे, पगडंडी, रास्ते और भौगोलिक रूप से दुरूह स्थिति सीमा को संवेदनशील बनाए हुए हैं।
तराई में पीलीभीत से लेकर बिहार बॉर्डर तक सीमा की यही स्थिति है। नेपाल के बांके जिले से बहराइच, श्रावस्ती व लखीमपुर, बलरामपुर जिले सीधे जुड़े हैं। रूपईडीहा चेक पोस्ट के दोनों छोर पर चकिया रूपईडीहा, अब्दुल्ला गंज, कर्तनिया और श्रावस्ती में ककरदरी रेंज व सोहेलवा जंगल फैले हुए है। इन्हीं जंगलों से होकर गेरुआ कौड़ियाला, सरयू और राप्ती नदियां बहती है। यह नदियां भौगोलिक दुरूहता को बढ़ाए है। ऐसी स्थिति में नेपाल के रास्ते से राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त संगठनों की ओर से घुसपैठ कराए जाने की आशंका खुफिया एजेंसियों ने जताई है। इतना ही नहीं इस समय सीमा को लेकर नेपाल व भारत के बीच चल रही तल्खी का लाभ उठाकर आतंकी संगठन घने कोहरे का ओट ले सकते है। घने कोहरे का आलम यह है कि सुबह-शाम ²श्यता इतनी कम होती है कि पास के लोग ही नहीं दिखाई देते। इन परिस्थितियों का लाभ उठाकर भारत विरोधी तत्व घुसपैठ कर अमन-चैन को अशांत करने का प्रयास कर सकते हैं। घुसपैठ के लिए नेपाल की सीमा संवेदनशील मानी जाती है। पाक के आतंकियों की नजर में इसका खाका काफी पहले से है। इसी सीमा से पाक के कराची का रहने वाला आतंकी मशरुर भी पकड़ा जा चुका है। मल्हीपुर थाना क्षेत्र के बालापुर में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी दंपती को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। इतना ही नहीं नेपाल सीमा से तीन संदिग्ध चीनी नागरिक भी भारतीय क्षेत्र में गिरफ्तार किए गए थे। इनके पास भारतीय सीमा का मानचित्र भी था। इनसेट
सुरक्षा के ²ष्टिकोण से हर आने-जाने वाले पर एसएसबी की पैनी नजर रहती है। एसएसबी के कमांडेंट चिरंजीवी भट्टाचार्य ने बताया कि इस समय वह कश्मीर में ड्यूटी पर है, फिर भी धुंध हो या कोहरा या फिर सामान्य मौसम एसएसबी हमेशा मुस्तैद रहती है। एसएसबी की 18 चौकियां मुस्तैद
एसएसबी 62 वीं वाहिनी की भारत नेपाल सीमा पर निगहबानी के लिए 12 अलग-अलग स्थानों पर एसएसबी चौकियां स्थापित की गई है। इसके अलावा 42 वीं व नौवीं बटालियन के छह बीओपी पर भी एसएसबी के जवान मुस्तैद हैं।
थाना व चौकियां भी सतर्क
अपर पुलिस अधीक्षक बीसी दूबे ने बताया कि 62 किमी भारत-नेपाल सीमा से नेपाल क्षेत्र दांग व बांके जिला पड़ता है। इस क्षेत्र से श्रावस्ती की सीमा तक आने के लिए भौगोलिक दुरूहता है। तस्करी न होने पाए इसके लिए विशेष चौकसी बरती जा रही है। एएसपी ने बताया कि सीमा पर पड़ने वाले थानों व चौकियों पर बैठक कर विशेष निगरानी बरतने, गश्त बढ़ाने व लोगों की आवाजाही वाले रास्तों को चिह्नित कर पिकेट बनाने के निर्देश दिए गए हैं।