पर्यावरण सुरक्षा के लिए जरूरी है पीपल पेड़ का संरक्षण
भिनगा कोतवाली में चबूतरा बनवाकर शिवलिग की हुई स्थापना
संसू, श्रावस्ती : भिनगा कोतवाली परिसर में लगभग सौ वर्ष पुराने पीपल के पेड़ के संरक्षण के लिए चबूतरे का निर्माण कराया गया है। ब्रह्मदेव के साथ भगवान शिव की आराधना के लिए शिवलिग की स्थापना भी की गई है। प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र पांडेय ने पत्नी के साथ विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया। पुलिस कर्मियों के इस प्रयास की सराहना हो रही है।
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पीपल का पेड़ हमें 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। धरती पर जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन ही प्राण वायु है। इस प्रकार पीपल का पेड़ ईश्वर की तरह हमारा पालन-पोषण करता है। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए पीपल पेड़ का संरक्षण जरूरी है। धरती पर मानवता बनी रहे, इसके लिए पीपल व बरगद के पेड़ों को बचाकर रखना चाहिए। धर्म ग्रंथों में हमारे ऋषियों व मनीषियों ने पीपल के पेड़ में ईश्वर का वाश होना बताया है। इसी को ध्यान में रखते हुए कोतवाली के सभी पुलिस कर्मियों की अपेक्षा पर सबके सहयोग से पेड़ का चबूतरा बनवाया गया है। निर्माण कार्य शुरू होने पर क्षेत्र के संभ्रांतजनों ने भी इसमें सहयोग दिया। इसके बाद टायल्स लगाकर प्रकाश की व्यवस्था कर दी गई है। पूजन-अर्चन के लिए शिवलिग की स्थापना भी की गई है। अब नियमित रूप से यहां पूजा होगी। गुरुवार को यहां भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में उत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान अयोध्या के संत सर्वेश महाराज श्रीकृष्ण कथा कहेंगे।