खता केंद्र प्रभारी की, सजा भुगत रहे किसान
अनियमितता में मुकदमा दर्ज होने के बाद से बंद है धान की खरीद
भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती : धान खरीद में अनियमितता मिलने के बाद केंद्र प्रभारियों पर हुई कार्रवाई का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से केंद्रों पर धान खरीद बंद है। अपनी बारी का इंतजार कर रहे किसान उपज की बिक्री के लिए दर-दर भटकने को विवश हैं।
किसानों का धान खरीदने के लिए इस बार 40 क्रय केंद्र खोले गए हैं। इन केंद्रों पर 35 हजार मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया था। खुली मंडी में धान की कीमत कम होने से किसान अपने उपज की बिक्री के लिए सरकारी केंद्रों से ही उम्मीद लगाए हैं। इसके चलते केंद्रों पर किसानों की भीड़ बनी हुई है। 28 फरवरी तक तौल होनी है। अपने कागजात जमा कर किसान तौल के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच अनियमितता बरतने वाले केंद्रों पर कार्रवाई का चाबुक चला तो इसका खमियाजा भी किसानों को ही उठाना पड़ रहा है। अब तक पांच क्रय केंद्रों के प्रभारियों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। इसके बाद से ये केंद्र बंद हैं। इटवरिया मोड़ के पास चल रहे साधन सहकारी समिति मुहम्मदपुर कला क्रय केंद्र पर धान की बिक्री के लिए कुल 225 किसानों ने अपने प्रपत्र जमा किए थे। इसी बीच नियमों को दरकिनार कर अपने नाम से धान खरीदने के आरोप में केंद्र प्रभारी अरुण कुमार पांडेय पर मुकदमा दर्ज हो गया। इसके बाद से यहां धान खरीद ठप है। 69 किसान अपने उपज की बिक्री के लिए भटक रहे हैं। पटना खरगौरा निवासी किसान शिवकुमार सोनी कहते हैं कि आसपास के अन्य केंद्रों पर संपर्क करो तो केंद्र प्रभारी तय तारीख तक खरीद के लिए नंबर फुल होना बताकर वापस भेज देते हैं। उपज की सही कीमत पाने के लिए जैसे-तैसे धान को सुरक्षित रखा गया है। किसान दिनेश सोनी कहते हैं कि धान की बिक्री होने पर भुगतान करने का भरोसा देकर रबी की बोआई के लिए उर्वरक व बीज उधार खरीदा था। अब इसका भुगतान कैसे होगा यह चिता सता रही है। इनसेट
इन केंद्र प्रभारियों पर हो चुकी है कार्रवाई
धान खरीद में अनियमितता मिलने पर साधन सहकारी समिति मुहम्मदपुर कला के अलावा एकघरवा, बनकटवा जुड़पनिया, करनपुर व तुलसीपुर के केंद्र प्रभारी पर मुकदमा दर्ज हो चुका है। प्रभारी पर कार्रवाई होने के बाद से इस सभी केंद्रों पर धान की खरीद ठप है। वर्जन
केंद्र प्रभारी पर कार्रवाई होने के बाद सहायक निबंधक सहकारिता को दूसरे प्रभारी की तैनाती कर केंद्र का संचालन करना चाहिए। यदि कोई केंद्र प्रभारी नहीं है तो उनकी ओर से लिखित मिलने पर संबंधित केंद्र को समाप्त किया जाएगा। किसान आसपास के अन्य केंद्रों पर अपनी उपज बेच सकते हैं।
प्रज्ञा शर्मा, जिला खाद्य विपणन अधिकारी, श्रावस्ती।
केंद्र प्रभारियों पर कार्रवाई होने के बाद बंद केंद्रों से संबंधित किसान अपनी उपज बेचने के लिए आसपास के अन्य केंद्र पर प्रपत्र जमा करें। यहां पहले से दर्ज किसानों की बिक्री होने के बाद इनकी उपज की भी खरीद होगी।
आरके शुक्ला, सहायक निबंधक सहकारिता