हाईवे जाम कर किसानों ने किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
कृषि कानून वापस लेने व डीजल पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग
श्रावस्ती : कृषि कानूनों को वापस लेने व डीजल, पेट्रोल तथा रसोई गैस को जीएसटी के दायरे में लाने समेत अन्य मांगों को लेकर शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने भाखला पुल के पास भिनगा-बहराइच हाईवे जाम कर दिया। सड़क पर उतरे किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान लगभग एक घंटे तक यातायात बाधित रहा।
केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए तीनों कृषि कानूनों को काला कानून बताते हुए भाकियू कार्यकर्ताओं ने इसे वापस लेने की मांग की। भाखला पुल पर प्रदर्शन करते हुए किसानों ने कहा कि बिजली बिल व पराली पर बने कानून हमें स्वीकार नहीं हैं। डीजल, पेट्रोल व रसोई गैस को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाय। सड़क पर किसानों के प्रदर्शन के चलते दोनों ओर वाहनों का लंबा जाम लग गया। चिलचिलाती धूप में राहगीर परेशान देखे गए। भिनगा की रुकसाना को इलाज के लिए बहराइच जाना था। जाम की वजह से वह परेशान थीं। बीमारी की स्थिति में भी सड़क किनारे छांव में बैठकर उन्हें प्रदर्शन समाप्त होने का इंतजार करना पड़ा। नरेंद्र कुमार को सिरसिया अपने रिश्तेदारी में जाना था। रास्ता बंद होने से इन्हें भी घंटों इंतजार करना पड़ा। एसडीएम भिनगा प्रवेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंप कर कार्यकर्ताओं ने कहा कि धान क्रय केंद्रों पर उपज बेचने वाले तमाम किसानों का भुगतान लंबित है। तत्काल भुगतान नहीं हुआ तो किसानों को एक बार फिर सड़क पर उतरना पड़ेगा। तहसीलदार राजकुमार पांडेय, सीओ हौसिला प्रसाद, भिनगा कोतवाल बृजेश द्विवेदी, भाकियू जिलाध्यक्ष रामस्वरूप वर्मा, शिवकुमार नायक, पवन कुमार, प्रहलाद पटेल, प्रमोद तिवारी व सीताराम वर्मा मौजूद रहे।