आंगनबाड़ी भर्ती के नाम पर हो रही ठगी
जनसेवा केंद्रों से बिक्री किए जा रहे फार्म विभाग को नहीं है खबर
भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए शासन में सुगबुगाहट होने के साथ ही जालसाजों का गिरोह सक्रिय हो गया है। बिना विज्ञापन के ही आंगनबाड़ी भर्ती के नाम पर फार्म भरवाए जा रहे हैं। यह ठगी का खेल जनसेवा केंद्रों की आड़ में खेला जा रहा है। जिला कार्यक्रम विभाग को इसकी खबर तक नहीं है।
नौनिहालों को प्री-प्राइमरी शिक्षा के साथ बच्चों, किशोरियों व गर्भवती महिलाओं की सेहत पर नजर रखने के लिए गांव-गांव में आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। जिले में कुल 925 आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित हैं। यहां पठन-पाठन के साथ अन्य गतिविधियों के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की तैनाती की गई है। 73 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व 67 सहायिकाओं के पद रिक्त चल रहे हैं। मामला न्यायालय में होने से इन पदों पर भर्ती रुकी हुई थी। लगभग एक माह पूर्व शासन की ओर से सभी जिलों से आंगनबाड़ी केंद्रों पर रिक्त पदों का ब्योरा मांगा गया था। इसके बाद ही जालसाजों का गिरोह सक्रिय हो गया है। जनसेवा केंद्रों के माध्यम से आंगनबाड़ी व सहायिका के पद पर भर्ती के लिए फार्म की बिक्री करवाई जा रही है। ऑफलाइन फार्म भरे जाने के बाद इसे वेबसाइट पर ऑनलाइन करवाने के बदले चार सौ से पांच सौ रुपये तक वसूले जा रहे हैं। भर्ती का भी ले रहे ठेका
हरिहरपुररानी ब्लॉक के खरगौरा गांव निवासी सुनील पाठक बताते हैं कि कुछ लोग फार्म भरवाने के साथ भर्ती करवाने का भी ठेका ले रहे हैं। इसके बदले में मोटी रकम वसूल रहे हैं। आधा पैसा पहले जमा करने को कहा जा रहा है। यह गिरोह जनसेवा केंद्रों के आसपास ही मंडराता रहता है। अभी नहीं जारी हुआ है विज्ञापन
प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र वर्मा ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के रिक्त पदों तथा आरक्षण की स्थिति के बारे में ब्योरा मांगा गया था। इसे भेजा जा चुका है। भर्ती के लिए अभी तक कोई विज्ञापन जारी नहीं हुआ है। इसके लिए अभी वेबसाइट भी नहीं बनाई गई है। यदि कोई इसके लिए फार्म बेच रहा है तो यह पूरी तरह फर्जी है।