वकालत से पहले तहसील परिसर की करते सफाई
श्रावस्ती : जिला मुख्यालय की तहसील भिनगा। लेकिन तहसील कार्यालय परिसर की सफाई करने के लिए एक भी सफाई
श्रावस्ती : जिला मुख्यालय की तहसील भिनगा। लेकिन तहसील कार्यालय परिसर की सफाई करने के लिए एक भी सफाई कर्मी की तैनाती नहीं। ऐसे में कुछ अधिवक्ताओं ने खुद स्वच्छता का बीड़ा उठा लिया है। तहसील परिसर में सफाई व्यवस्था को सु²ढ़ कराने को लेकर अधिवक्ताओं द्वारा कई बार प्रदर्शन किया गया, ज्ञापन दिया गया, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। जिसके चलते अब तहसील पहुंचते ही यह अधिवक्ता सबसे पहले झाड़ू उठाकर सफाई करते हैं और फिर अपना काम शुरू करते हैं।
भिनगा तहसील परिसर की सफाई करने के लिए किसी भी कर्मचारी की तैनाती नहीं है। जिससे यहां की सफाई व्यवस्था बदहाल है। परिसर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। यह ढेर सफाई अभियान को मुह चिढ़ा रहे हैं। गंदगी के यह ढेर अधिवक्ताओं और वादकारियों को बीमारियां भी दे रहे हैं। सनद रहे कि तहसील परिसर की सफाई व्यवस्था को लेकर कई बार अधिवक्ताओं व एसडीएम से वार्ता हो चुकी है। अधिवक्ताओं ने कई बार ज्ञापन भी दिया। लेकिन नजीता ढाक के तीन पात ही रहा। जिसके चलते वकीलों ने नायाब रास्ता खोज निकाला है। यह अधिवक्ता अब सुबह आने पर सबसे पहले झाड़ू लेकर परिसर की सफाई करते हैं। इसके बाद वह अपने दूसरे काम निपटाते हैं। अधिवक्ता जय प्रकाश आजाद, पुष्कर पाठक, सुनील शर्मा, दया प्रकाश पाठक, निरंजन कुमार और सुनील शर्मा नियमित रूप से सफाई करते हैं। इस अभियान को पूर्व अध्यक्ष दिनेश शुक्ला और ओम प्रकाश आजाद भी गति देने में जुटे हैं। इन अधिवक्ताओं का कहना है कि सफाई अभियान सिर्फ काग•ाों में चल रहा है। साफ-सफाई को लेकर कोई भी अधिकारी गंभीर नहीं है। यहां तैनात सफाई कर्मी को कलेक्ट्रेट से संबंध कर दिया गया है। ऐसे में खुद को और यहां आने वाले लोगों को बीमारियों से बचाने के लिए हम लोगों ने स्वयं झाड़ू उठा ली है।