घूंघट की आड़ में महिलाओं ने किया योग
शामली: योग ऋषि मुनियों के समय से प्रचलित भले ही हो, लेकिन गांव में आज भी लोग योग को तवज्जों नहीं देत
शामली: योग ऋषि मुनियों के समय से प्रचलित भले ही हो, लेकिन गांव में आज भी लोग योग को तवज्जों नहीं देते, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शामली निवासी योगाचार्य आकांक्षा आर्या धीमान ने गांव जसाला में पहली बार योग शिविर लगाकर अलख जगाई। महिलाओं ने घूंघट की ओट में योगाभ्यास कर निरोग रहने के गुर सीखे।
गुरुवार को देशभर में चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। शामली निवासी योगाचार्य आकांक्षा आर्या धीमान ने अपने पैतृक गांव जसाला में योग शिविर लगाया। आकांक्षा ने पतंजलि योगपीठ यूनिवर्सिटी से योग साइंस से एमएससी किया है।
गुरुवार की सुबह जसाला गांव स्थित शिव मंदिर प्रांगण में योग शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान महिला-पुरुषों को योगाचार्य आंकाक्षा ने योगाभ्यास कराकर निरोग रहने के गुर सिखाए। उन्होंने यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रात्याहार, धारणा, ध्यान सहित समाधि की बारीकियों को योग के माध्यम से समझाया।
इसके साथ ही सूर्य नमस्कार, अनलोम-विलोम, कपालभांति, चक्र आसन, भुजंग आसन, काल आसन सहित अन्य आसनों का नियमित अभ्यास करने की सीख दी। महिलाओं ने शिविर में मर्यादाओं का भी पूरा ध्यान रखते हुए घूंघट में योगभ्यास किया।
इस मौके पर एमएलसी वीरेंद्र ¨सह ने भी योगाभ्यास किया। उन्होंने गांव में पहली बार योग शिविर लगाने पर आकांक्षा को बधाई दी।