किसानों की हुंकार, मुआवजा उठाएंगे न काम शुरू करने देंगे
दिल्ली-देहरादून इकोनामिक कोरिडोर में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में अनियमितता को लेकर कलक्ट्रेट किसान आक्रोश पंचायत हुई। निर्णय हुआ कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी। तब न तो कोई किसान मुआवजा उठाएगा और न ही कोरिडोर का काम शुरू करने दिया जाएगा। दस सूत्रीय मांग पत्र उपजिलाधिकारी शामली बृजेश कुमार सिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
शामली, जागरण टीम। दिल्ली-देहरादून इकोनामिक कोरिडोर में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में अनियमितता को लेकर कलक्ट्रेट किसान आक्रोश पंचायत हुई। निर्णय हुआ कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी। तब न तो कोई किसान मुआवजा उठाएगा और न ही कोरिडोर का काम शुरू करने दिया जाएगा। दस सूत्रीय मांग पत्र उपजिलाधिकारी शामली बृजेश कुमार सिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
दिल्ली-देहरादून इकोनामिक कोरिडोर में जिले के 22 गांवों के किसानों की जमीन का अधिग्रहण हो रहा है। अधिग्रहण प्रक्रिया में अनियमितता को लेकर सोमवार दोपहर करीब 12 बजे पंचायत शुरू हुई। हालांकि भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत शाम को पहुंचे, जब तक पंचायत खत्म कर दी गई थी। हालांकि उन्होंने मौजूद किसानों को संबोधित किया और कहा कि कम से कम प्रति बीघा इतना मुआवजा किसानों को मिले, जिससे किसान दस बीघा जमीन खरीद सकें। यूनियन किसानों के साथ है और किसानों के हक के लिए संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेंगे। हम विकास में बाधा नहीं बनना चाहते हैं, इसलिए शासन-प्रशासन किसानों की समस्याओं का निस्तारण करे। सरकारी सिचाई नाली और चकरोड का मुआवजा भी ग्राम पंचायत को दिया जाए, जिससे उस धनराशि को संबंधित ग्राम पंचायत के विकास में खर्च किया जा सके। इससे पहले भाकियू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेद्र मलिक ने कहा कि किसान एकजुट रहें और अपनी जमीन पर काबिज रहें। किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक ने कहा कि किसानों को बाजार भाव का चार गुना मुआवजा मिलना चाहिए। उनका संगठन पूरी तरह किसानों के साथ है। ज्ञापन लेने के दौरान उपजिलाधिकारी शामली बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि जल्द ही किसानों की भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के साथ बैठक कराई जाएगी। इस दौरान दिल्ली-देहरादून इकोनामिक कोरिडोर किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष ठाकुर वीर सिंह, सचिव विदेश मलिक, भाकियू जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान, किसान नेता पप्पू कुड़ाना, गठवाला खाप के बहावड़ी थांबेदार श्याम सिंह मलिक, कालखंडे खाप चौधरी संजय कालखंडे, सपा नेता शेर सिंह राणा, अनिल टीनू, रालोद नेता राजन जावला, कंवरपाल मालैंडी आदि मौजूद रहे। प्रमुख मांगें
-किसानों का मुआवजा 2014-15 में निर्धारित सर्किल रेट के आधार पर चार गुना तय किया जा रहा है। सर्किल रेट में वृद्धि हो या बाजार भाव का चार गुना मुआवजा मिले।
-ट्यूबवेल, वृक्ष, मकान आदि का उचित मुआवजा मिले।
-सर्विस रोड, खेत के लिए रास्ता, अंडरपास, सिचाई के लिए पाइपलाइन की सुविधा दी जाए।
-वर्तमान में खड़ी फसल का भी मुआवजा मिले।
-किसानों की कोरिडोर के दोनों तरफ भूमि शेष बचती है तो उसका अलग से मुआवजा दिया जाए।
-किसान के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
-प्रभावित किसानों को टोल फ्री के लिए ग्रीन कार्ड मिले।