ट्रक ने बाइक को रौंदा, दो युवकों की मौत, लगाया जाम
शनिवार दोपहर में मेरठ-करनाल हाईवे पर लोडिड ट्रक ने एक बाइक को रौंद दिया। बाइक सवार दो युवकों की हादसे में मौत हो गई।
शामली, जेएनएन। शनिवार दोपहर में मेरठ-करनाल हाईवे पर लोडिड ट्रक ने एक बाइक को रौंद दिया। बाइक सवार दो युवकों की हादसे में मौत हो गई। ट्रक काफी दूर तक बाइक को घसीटते हुए ले गया। ट्रक की चपेट में आकर आकर एक अन्य बाइक सवार दो युवक भी घायल हो गए। हादसे के बाद चालक ट्रक को लेकर फरार हो गया। गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने मौके पर जाम लगाकर मुआवजे की मांग की। पुलिस को शव नही उठाने दिया। एसडीएम व सीओ सिटी ने पहुंचकर परिजनों को शांत कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के गांव मुंडेट खुर्द निवासी 19 वर्षीय आशीष पुत्र सुदेश उपाध्याय व 18 वर्षीय वासू पुत्र स्व. पालू उर्फ बबली शामली में झिझाना रोड पर एक दुकान पर सौर ऊर्जा की प्लेट लगाने का काम सीख रहे थे। रोजाना की भांति वह दुकान मालिक की बाइक लेकर शनिवार दोपहर भी खाना खाने घर जा रहे थे। जैसे ही वह एमएस फार्म के सामने से सड़़क पार कर गांव जाने वाले रास्ते पर मुड़े, तभी शामली से झिझाना की और तेजी के के साथ रांग साइड से जा रहे लोडिड ट्रक ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी, जिससे दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी बाइक ट्रक के टायर के नीचे आकर फंस गई। इसी बीच ट्रक ने एक अन्य बाइक को भी टक्कर मारी जिसमें दो युवकों को चोट आई। उधर, ट्रक बाइक को घसीटते हुए टिटौली पुलिस चौकी तक ले गया। चालक ट्रक को लेकर फरार हो गया। हादसे का पता चलने पर गांव से दोनों युवकों के परिजन व काफी ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्होंने रोष जताते हुए मुआवजा की मांग की और जाम लगा दिया। थाना पुलिस को शव भी नही उठाने दिया। जानकारी पाकर एसडीएम संदीप कुमार व सीओ सिटी प्रदीप कुमार, नगर कोतवाली शामली पुलिस मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत किया। एसडीएम ने हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को अज्ञात ट्रक चालक के विरुद्ध तहरीर दी गई है।
हाईवे पर डेढ़ घंटा रहा जाम
मेरठ-करनाल हाईवे पर हादसे के बाद लगभग डेढ़ घंटे तक जाम लगा रहा। जाम के कारण मार्ग पर दोनों और वाहनों की दूर तक लाइन लग गई थी। जाम के कारण रूट भी डायवर्ट कर दिया गया था। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के प्रयास के बाद जाम खुला तो यातायात चालू हो पाया।
भाई-बहनों में सबसे छोटे थे दोनों युवक
आशीष ने बीते सत्र में इंटर की परीक्षा पास की थी। वासू इंटरमीडिएट का छात्र था। दोनों युवकों के परिवार में अब एक एक भाई व तीन तीन बहनें रह गई है। दोनों अपने भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। आशीष के पिता रेलवे में कर्मचारी है और वासू के पिता की मौत हो चुकी है। लॉकडाउन में कालेज बंद होने से दोनों युवक सौर ऊर्जा की प्लेट लगाने का काम सीख रहे थे।