चौधरी साहब ने गरीब-किसान मजदूरों की लड़ाई को दिया पूरा जीवन
रालोद प्रमुख स्वर्गीय चौधरी अजित सिंह के निधन से चौतरफा गम का माहौल है। जनपद शामली से खासतौर से उनका नाता रहा है। शुक्रवार को रालोद कार्यालय पर उनकी स्मृतियों को साझा करते हुए कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों तथा उनके समर्थकों ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए श्रद्धाजंलि दी।
शामली, जागरण टीम। रालोद प्रमुख स्वर्गीय चौधरी अजित सिंह के निधन से चौतरफा गम का माहौल है। जनपद शामली से खासतौर से उनका नाता रहा है। शुक्रवार को रालोद कार्यालय पर उनकी स्मृतियों को साझा करते हुए कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों तथा उनके समर्थकों ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए श्रद्धाजंलि दी।
शुक्रवार को शहर के माजरा रोड स्थित जिला रालोद कार्यालय पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इसमें सर्वप्रथम रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्व. चौधरी अजित सिंह के चित्र पर पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद दो मिनट का मौन धारण रखते हुए दिवंगत आत्मा को शांति की प्रार्थना की। जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह चेयरमैन ने कहा कि चौधरी साहब के जाने से एक किसान युग का अंत हो गया है। उनके जाने से देश का हर गरीब, मजदूर, किसान, वंचित वर्ग, पिछड़ा वर्ग स्वयं को असहाय महसूस कर रहा है। चौधरी साहब ने अपना पूरा जीवन किसानों, मजदूरों के हितों की लड़ाई लड़ने में गुजारा है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री रहते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश को कई चीनी मिल दिए व किसानों के गन्ने की फसल के मूल्य व किसानों की अनेकों समस्याओं का समाधान कराया। राष्ट्रीय महासचिव अशरफ अली खान ने कहा कि चौधरी अजित सिंह के आकस्मिक निधन से संपूर्ण प्रदेश व देश में गम का माहौल है। इस अवसर पर अनवार चौधरी, ऋषिराज राझड, जिला पंचायत सदस्य उमेश पंवार, पूर्व मंत्री किरणपाल कश्यप, सुरेंद्र गंदेवड़ा, हरेंद्र ताना, आशुतोष पंवार, पप्पू मेडिकल, रजनीश कोरी, डा. मुबारक अली, प्रवीण कादियान, प्र•ात मलिक, सतबीर मूंछ, अमित लांक आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। सर्वेश, बाबूराम पंवार, राजीव निर्वाल, रविद्र बहावड़ी, संजीव फतेहपुर, तरूण मलिक, गगन पंवार आदि उपस्थित रहे। पी 29,,, किसान, गरीब और मजदूरों के मसीहा थे अजित सिंह : पहलवान
दूसरी ओर सपा युवजन सभा के जिलाध्यक्ष राशिद पहलवान के आवास पर भी शोकसभा आयोजित की गई। यहां कालू कुरैशी, सभासद जाकिर खान, सभासद इंदु हसन, शहीद कुरैशी, जाहिद सैफी ठेकेदार, नौशाद राव, अज्जू खान, साजिद खान, इनाम अल्वी, चौधरी राशिद पहलवान ने चौधरी साहब से जुड़ी यादों को साझा किया। उन्होंने कहा कि कोई आरोप उनके राजनीतिक जीवन पर नहीं लगा। किसान, गरीब, मजदूर के मसीहा के तौर पर उन्होंने काम किया। चौधरी साहब ने हिदू-मुस्लिम एकता की ऐसी नींव रखी थी, जो हमेशा चलेगी। हर मुस्लिम नेता चाहे मुनव्वर हसन हो या अमीर आलम हो या फिर रशीद मसूद हो, कोकब हमीद हो सब चौधरी साहब की देन है। पी 28, रालोद अध्यक्ष के निधन पर जताया दुख
गढ़ीपुख्ता : रालोद अध्यक्ष के निधन पर कस्बे में आयोजित शोक सभा में वक्ताओं ने कहा कि चौधरी अजित सिंह का निधन बेहद दुखद है। उनका यूं चले जाना भारतीय राजनीति और किसानों के संघर्ष में कभी न भरने वाली जगह है। इस दौरान दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की गईं। इस अवसर पर चौधरी निरंजन सिंह, रणबीर सिंह, सुधीर फौजी, चौधरी बिजेंद्र मलिक, प्रदीप शर्मा, गौरव तोमर, सौरभ तोमर, कार्तिक तोमर, रोबिन तोमर, बिट्टू तोमर आदि शामिल रहे।