तापमान फिर लुढ़का, ठंड में हुआ इजाफा
तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। सुबह मौसम साफ था और चटक धूप खिली थी। लेकिन दोपहर में हल्के बादल छाए गए और हल्की हवा भी रही। ऐसे में ठंड में वृद्धि महसूस हुई। तापमान अधिकतम 19.3 और न्यूनतम 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
शामली, जागरण टीम। तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। सुबह मौसम साफ था और चटक धूप खिली थी। लेकिन दोपहर में हल्के बादल छाए गए और हल्की हवा भी रही। ऐसे में ठंड में वृद्धि महसूस हुई। तापमान अधिकतम 19.3 और न्यूनतम 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को तापमान अधिकतम 20 और न्यूनतम 6.8 डिग्री सेल्सियस रहा था।
गुरुवार सुबह आसमान बिल्कुल साफ था और कोहरा भी नहीं था। लेकिन ठंड सुन्न कर देने वाली थी, हालांकि धूप समय से निकल आई थी। दिन चढ़ने के साथ धूप चटक होती गई। ऐसे में ठिठुरन से कुछ राहत मिली और लोग गुनगुनी धूप में खड़े-बैठे नजर आए। लेकिन दोपहर करीब दो बजे मौसम का मिजाज बदला और हल्के बादल छा गए। साथ ही हल्की, लेकिन ठंडी हवा भी चलने लगी। ऐसे में धूप हल्की हो गई और ठंड बढ़ गई। शाम को ठिठुरन में और इजाफा हो गया और लोग गर्म कपड़ों से लकदक नजर आए। साथ ही लोग जगह-जगह अलाव ताप रहे थे। बिन दस्ताने बाइक-स्कूटी चलाना मुश्किल हो रहा था। नगर पालिका की ओर से भी फव्वारा चौक, विजय चौक, अजंता चौक, नगर पालिका कार्यालय परिसर, सुभाष चौक समेत विभिन्न स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे थे।
अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि रैन बसेरे में ठहरने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था हैं। महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। हालांकि बहुत अधिक लोग नहीं आते हैं। गेहूं बुवाई के लिए अनुकूल मौसम
गेहूं बुवाई के लिए पांच नवंबर से 25 दिसंबर तक का वक्त सबसे अच्छा माना जाता है, लेकिन गन्ने का खेत खाली नहीं होने के कारण जनवरी के दूसरे सप्ताह तक बुवाई होती है। मंगलवार शाम बूंदाबांदी हुई थी और ऐसे में बुवाई करने वाले किसान चितित हो गए थे, लेकिन बूंदाबांदी हल्की ही रहे। ऐसे में मौसम बुवाई के लिए अनुकूल है।