इंटरनेट मीडिया पर खूब हो रही है हार-जीत की गुणाभाग
जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा अंतिम चरण में पहुंचने के बाद समर्थक और चुनावी पंडित इंटरनेट मीडिया पर जीत-हार की गुणाभाग का दावा किया जा रहा है। हर दर के प्रत्याशी का राजनीतिक भाग्य तय किया जा रहा है। फेसबुक और वाट्सअप समेत तमाम इंटरनेट मीडिया मंचों पर अपने-अपने समर्थकों के पक्ष में दावे किए जा रहे हैं। बुधवार सुबह से ही इंटरनेट मीडिया पर धड़ाधड़ पोस्ट वायरल हो रही हैं।
शामली, जागरण टीम। जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा अंतिम चरण में पहुंचने के बाद समर्थक और चुनावी पंडित इंटरनेट मीडिया पर जीत-हार की गुणाभाग का दावा किया जा रहा है। हर दर के प्रत्याशी का राजनीतिक भाग्य तय किया जा रहा है। फेसबुक और वाट्सअप समेत तमाम इंटरनेट मीडिया मंचों पर अपने-अपने समर्थकों के पक्ष में दावे किए जा रहे हैं। बुधवार सुबह से ही इंटरनेट मीडिया पर धड़ाधड़ पोस्ट वायरल हो रही हैं।
चुनाव की घोषणा और नामांकन की अंतिम तिथि नजदीक आते ही वाट्सएप और फेसबुक योद्धाओं को काम मिल गया है। एकाएक उनकी दिनचर्या बेहद व्यस्त हो गई है। देश की आजादी से लेकर अब तक राजनीतिक दलों का इतिहास-भूगोल खंगाला जा रहा है। तमाम किस्से-कहानियां और मनगढ़ंत तथ्य प्रसारित किए जा रहे हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों की देश में हिदुओं, मुस्लिमों और अंग्रेजों के प्रति आस्था और कटु संबंधों का बखान किया जा रहा है। वायरल की जा रही पोस्ट में बताया जा है कि कैसे और किस दल ने भारत का स्वाभिमान बचाया और किस दल ने नेताओं ने अंग्रेजों के सामने घुटने टेक दिए। यह भी बताया जा रहा है कि संबंधित दल ही भारत के अस्तित्व को सुरक्षित रख सकता है, यदि आप देश को बचाना चाहते हैं तो फलां दल और फलां नेता को समर्थन दीजिए। चुनाव में उन्हें सत्ता सौंपिए। फलां दल ने अंग्रेजों के साथ मिलकर पाकिस्तान बनवाया। तय कर दिया है प्रत्याशियों का राजनीतिक भाग्य
इन इंटरनेट वीरों ने विभिन्न दलों के प्रत्याशियों के राजनीतिक भाग्य भी तय कर दिए हैं। किस सीट से कौन जीतेगा, ये टिप्स उनकी अंगुलियों पर हैं। उन्होंने अपने चुनावी ज्ञान और बखान में जातियों के आधार पर मतदाताओं को प्रत्याशी के साथ बांटकर जीत-हार का आंकड़ा भी पेश कर दिया है। हर जुबां पर चुनावी सवाल
इस समय राजनीतिक रूप से सक्रिय लोगों के दिमाग और जुबान पर चुनावी सवाल ही हैं। वे सभी अपने ज्ञान और जानकारी के आधार पर सभी दलों के प्रत्याशियों के राजनीतिक भविष्य तय कर रहे हैं।