तीन डिग्री से नीचे गिरा पारा, ठंड ने किया सुन्न
ठंड का सितम बढ़ता ही जा रहा है। न्यूनतम तापमान तीन डिग्री से भी कम हो गया है। सुबह कोहरा भी रहा और दोपहर में कुछ देर के लिए हल्की धूप भी निकली। ठंड हाथ-पांव को सुन्न कर देने वाली है और शीतलहर का प्रकोप भी बना हुआ है। तापमान अधिकतम 14 और न्यूनतम 2.8 डिग्री सेल्सियस रहा। सोमवार तापमान अधिकतम 13.6 और न्यूनतम 3.2 डिग्री सेल्सियस रहा था।
शामली, जागरण टीम। ठंड का सितम बढ़ता ही जा रहा है। न्यूनतम तापमान तीन डिग्री से भी कम हो गया है। सुबह कोहरा भी रहा और दोपहर में कुछ देर के लिए हल्की धूप भी निकली। ठंड हाथ-पांव को सुन्न कर देने वाली है और शीतलहर का प्रकोप भी बना हुआ है। तापमान अधिकतम 14 और न्यूनतम 2.8 डिग्री सेल्सियस रहा। सोमवार तापमान अधिकतम 13.6 और न्यूनतम 3.2 डिग्री सेल्सियस रहा था।
मंगलवार को तड़के से ही घना कोहरा था। ऐसे में दृश्यता कम थी और वाहन चालकों को काफी दिक्कत हुई। ट्रक आदि भारी वाहन हाईवे पर किनारे खड़े हो गए और दिन निकलने पर ही गंतव्य की ओर बढ़े। हालांकि आगे का बहुत कम दिख रहा था, जिससे वाहन सड़क पर रेंगते दिखे। हालांकि सुबह करीब दस बजे तक कोहरा छंट गया। धूप नहीं निकली और ठिठुरन बहुत अधिक थी। लोग जगह-जगह अलाव तापते दिखे और गर्म कपड़ों से पूरी तरह लकदक रहे। बर्फीली हवा भी चल रही थी। दोपहर में एक बजे के बाद हल्की धूप निकली तो ठंड से कुछ राहत मिली। दस जनवरी के बाद मंगलवार को सूर्यदेव के दर्शन हुए, लेकिन धूप जल्द ही गायब भी हो गई। शाम को ठिठुरन और अधिक बढ़ गई। ऐसे में सड़कों पर भीड़ भी कम रही। लोग बेहद आवश्यक होने पर ही घरों से निकले।
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि निर्धारित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था समय से नियमित रूप से कराई जा रही है।
वहीं, चिकित्सक डा. पंकज गर्ग का कहना है कि ठंड से बचाव करने में कोई लापरवाही न करें। शुगर, रक्तचाप, हृदय रोग और सांस के रोगी सुबह के समय घर से बाहर न निकलें। अगर जरूरी हो तो गर्म कपड़े अच्छे से पहनकर ही निकलें। सभी लोग गुनगुना पानी पिएं और पौष्टिक एवं सुपाच्य आहार लेते रहें।