स्विमिंग करने से बढ़ती है लंबाई, सामान्य रहता है वजन
जागरण संवाददाता, शामली। स्विमिंग सीखने से पहले तमाम नियमों और गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होता है। इसके साथ ही स्विमिंग सीखने के लिए एक एनआइएस कोच की जरूरत होती है। बिना कोच की अनुमति के एक भी कदम पानी में रखना खतरे से खाली नहीं होता। हर कदम पर बेहतर कोच की जरूरत होती है।
शामली शहर के सिल्वर बैल्स स्कूल में प्रत्येक साल जून माह में समर कैंप का आयोजन किया जाता है। स्विमिंग पूल के कोच एनआइएस विनोद कुमार निषाद व महिला कोच एनआइएस नीता निषाद ने बताया कि स्विमिंग को सीखने से स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदे हैं। केवल जरूरी है कि मानकों के साथ पानी में कदम रखें। बिना कोच की अनुमति के स्विमिंग पूल में कदम रखने से हादसा भी हो सकता है। इसलिए स्विमिंग सीखने के दौरान किसी भी प्रकार की मस्ती और लापरवाही से बचने की जरूरत होती है। इसके साथ ही तैराकी करने वाले लोगों को बिना ट्रेनिंग की अनुमति के गहरे पानी में नहीं जाना चाहिए। इसके साथ ही अनजान पूल में छलांग लगाने से भी हादसा हो सकता है।
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ये बरतनी होगी सावधानी
-स्विमिंग पूल के आसपास फर्श पर दौड़ना नहीं चाहिए।
-फर्श पर साबुन, तेल आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- स्विमिंग पूल के आसपास पालतु जानवरों को नहीं जाना चाहिए।
-स्विमिंग पूल के आसपास नंगा विद्युत तार नहीं होना चाहिए।
-स्विमिंग पूल की दीवारों पर पूल की गहराई लिखी होनी चाहिए।
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क्या होते हैं मानक
नौनिहालों के लिए एक बेबी पुल होता है, जिसकी गहराई दो फीट होनी चाहिए। इसके बाद 25 मीटर लंबा स्विमिंग पूल होता है, जिसकी गहराई 3:30 फीट से लेकर पांच फीट तक होती है। स्विमिंग पूल में गर्ल्स के लिए महिला कोच और ब्वायज के लिए पुरुष कोच होना चाहिए। स्विमिंग पूल पर चेंजिंग रूम भी अलग-अलग होने चाहिए।
स्विमिंग करने से क्या होते हैं फायदे
तैराकी करने से हमारा शरीर एकदम फिट रहता है। हमें किसी प्रकार की शारीरिक या मानसिक बीमारियों का सामना नहीं करना पड़ता। तैराकी से हमारी हड्डियां मजबूत होती हैं। इसके साथ ही हमारे फेफड़े, दिल के साथ ही मांसपेशियां सभी एकदम सही तरीके से काम करती हैं।
इनका कहना...
स्विमिंग सिखाने के लिए लगातार छात्रों को अभ्यास कराते रहते हैं। इसके लिए जरूरी होता है कि स्विमिंग के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही पूल के आसपास भी विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। अनजान पूल में छलांग लगाने से कोई भी खतरा हो सकता है। कोच की बिना अनुमति एक भी कदम आगे न बढ़े।
-विनोद कुमार निषाद, एनआइएस कोच
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युवतियों और महिलाओं के लिए सबसे जरूरी होता है कि जिस स्विमिंग पूल में वह स्विमिंग सीखना शुरू कर रही हैं। उसकी गहराई उनको पता हो। कोच द्वारा बताई गई गाइडलाइन के अनुसार ही कदम बढ़ाए। स्विमिंग के दौरान एक-दूसरे के साथ पानी में मौज-मस्ती हानिकारक साबित हो सकती है। इसलिए गंभीरता से स्विमिंग करें।
-नीता निषाद, एनआइएस कोच महिला
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क्या बोले तैराक
मैंने कक्षा चार से ही स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए स्विमिंग सीखना शुरू किया था। इंटर की पढ़ाई तक लगातार मैंने स्विमिंग की है। स्विमिंग करने से मेरी लंबाई भी बढ़ गई है और वजन भी सामान्य रहा है। इसके साथ ही मेरा स्वास्थ्य एकदम फिट है।
-श्रृद्धा अग्रवाल