शामली को मिलेगी पांच मीट्रिक टन आक्सीजन
जनपद में आक्सीजन का संकट जल्द ही खत्म हो जाएगा। बहुत जल्द जनपद को पांच मीट्कि टन आक्सीजन मिलेगी। इसके अलावा एक सप्ताह से दस दिन की खपत का एडवांस कोटा भी जनपद में रहेगा।
शामली, जागरण टीम। जनपद में आक्सीजन का संकट जल्द ही खत्म हो जाएगा। बहुत जल्द जनपद को पांच मीट्कि टन आक्सीजन मिलेगी। इसके अलावा एक सप्ताह से दस दिन की खपत का एडवांस कोटा भी जनपद में रहेगा।
पूरे देश में आक्सीजन का संकट छाया हुआ है। केंद्र और प्रदेश सरकार की पहल पर अब आक्सीजन का संकट खत्म होने लगा है। एक-दो दिन में ही जनपद को पांच मीट्रिक टन आक्सीजन मिल जाएगी। प्रदेश सरकार ने जनपद का कोटा आवंटित कर दिया गया है। इसके अलावा जनपद में सरकारी और समस्त निजी अस्पतालों में आक्सीजन की प्रतिदिन होने वाली खपत का भी ब्यौरा एकत्र किया जाएगा। इसके बाद एक सप्ताह से दस दिन का कोटा भी एडवांस में रहेगा। इसके लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को जिले में आक्सीजन की खपत की मात्रा की जानकारी देने के लिए कहा गया है। हालांकि जनपद में सरकारी कोविड अस्तपाल के अतिरिक्त थानाभवन मार्ग पर स्थित गंगा अमृत अस्पताल में कोविड रोगियों के उपचार की अनुमति दी गई है। आक्सीजन की 36 छोटी मशीनें भी
जिला प्रशासन ने हवा से सीधे आक्सीजन बनाने बनाने वाली 36 मशीनें मंगाई हैं। जिन मरीजों को आक्सीजन की हल्की-फुल्की कमी है, उनको इन छोटी मशीनों से आक्सीनज दी जा रही है। जिन मरीजों को गंभीर दिक्कतें हैं, उन्हें सिलेंडरों से आक्सीजन दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि आक्सीजन का कोई संकट नहीं है। जल्द की जाएगी रिफिलिग भी
जनपद में एक प्लांट है। यहां पर मोदीनगर से गैस आपूर्ति होती है और शामली में वह गैस सिलेंडरों में भरी जाती है। उस प्लांट में तकनीकी दिक्कत होने के कारण फिलहाल मेरठ और मुजफ्फरनगर से गैस की रिफिलिग कराकर मंगाई जा रही है। जिला प्रशासन का कहना है कि जिले में आक्सीजन का संकट नहीं है। जल्द ही यहां गैस की आपूर्ति हो जाएगी तो अस्पतालों के लिए रिफलिग शुरू हो जाएगी। इनका कहना है
जनपद में आक्सीजन का कोई संकट नहीं रहेगा। प्रदेश सरकार ने शामली जनपद के लिए पांच मीट्रिक टन आक्सीजन की आपूर्ति पर सहमति जता दी है। यह आक्सीजन बहुत जल्द ही जिले में पहुंच जाएगी।
सुरेश राणा, कैबिनेट मंत्री
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जिले में आक्सीजन की कोई किल्लत नहीं है। जल्द ही अतिरिक्त आक्सीजर भी उपलब्ध हो जाएगी। घर पर रह रहे किसी भी व्यक्ति को सिलेंडर रिफिल नहीं दिया जाएगा। ना ही उसे घर पर ऑक्सीजन लगाने की चिकित्सीय सलाह दी जा रही है।
कोई भी मरीज खुद ऑक्सीजन नहीं लगाए।
जसजीत कौर, जिलाधिकारी