Move to Jagran APP

कलक्ट्रेट परिसर से हटवाई चाय की दुकान

कलक्ट्रेट परिसर में कई सालों से एक स्थल पर टेबल आदि डालकर चाय व सामान बेच रहे व्यक्ति से प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण हटवा दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Sep 2019 10:42 PM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 06:22 AM (IST)
कलक्ट्रेट परिसर से हटवाई चाय की दुकान
कलक्ट्रेट परिसर से हटवाई चाय की दुकान

शामली, जेएनएन।कलक्ट्रेट परिसर में कई सालों से एक स्थल पर टेबल आदि डालकर चाय व सामान बेच रहे व्यक्ति से प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण हटवा दिया। कलक्ट्रेट परिसर में अतिक्रमण हटवाने के लिए उक्त व्यक्ति को कई मर्तबा चेतावनी भी जारी की गई थी।

loksabha election banner

बुधवार को कलक्ट्रेट परिसर में अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया गया। यहां पादा नाम के एक व्यक्ति की चाय की अस्थाई तौर पर बनी दुकान हटवाई गई। नगर पंचायत बनत की जेसीबी व कर्मियों ने पहुंचकर दुकान हटवाना शुरू किया। जिसमें पाधा ने इसका विरोध किया। पाधा ने बताया कि उसका गांव कसेरवां कला में है और वहां उसके मकान पर दबंगों ने अवैध तरीके से कब्जा कर रखा है। इसकी शिकायत वह कई सालों से करता रहा है, लेकिन मकान से अवैध कब्जा नहीं हटवाया गया। जिसके बाद वह कलक्ट्रेट परिसर में अपने परिवार को लेकर पहुंच गया। यहां वह निवास करने लगा। रोजी रोटी के लिए उसने यहां चाय की दुकान खोल ली। यह दुकान परिसर में ही टेबिल आदि डालकर खोली गई थी, लेकिन उसकी दुकान को प्रशासन ने हटवा दिया। उसने बताया कि उसके परिवार में उसकी पत्नी व बच्चे है, जो उसे यहा से हटाने पर भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके है। पाधा का कहना है कि डीएम साहब से उसकी मुलाकात नहीं हो सकी और वह एक बार फिर से डीएम से मिलकर निवेदन करेगा कि उसे यहां थोड़ी सी जगह में दुकान करने दिया जाए ताकि उसके बच्चे भुखे न मर सके। उधर, एडीएम अरविद कुमार सिंह ने बताया कि परिसर से अतिक्रमण हटाने की उन्हें जानकारी नहीं मिली है। नगर पंचायत ईओ ने इसे हटवाया होगा, अतिक्रमण को लेकर जो कानूनी रूप से ठीक रहेगा, वह किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.