शामली पुलिस के खाते में मात्र 'शाबासी'
शामली चार दिन से जनपद में खाकी के धुरंधर खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, शामली : पिछले चार दिन से जनपद में खाकी के धुरंधर खुद को ठगा सा महसूस कर रहे थे। उनके दिल की कसक थी कि आखिरकार जनपद के दो शातिर बदमाश सहारनपुर पुलिस के हत्थे कैसे चढ़ गए। वह उन्हें क्यों नही तलाश पाए। जवाब देने के लिए मौका तलाशा जा रहा था। मंगलवार रात में मौका भी था, हालात भी थे, ऐसा होने पर उन्होंने सहारनपुर पुलिस की ठांय-ठांय का जवाब अपनी पिस्टलों की धांय-धांय से दिया। लेकिन यदि देखा जाए तो यह जवाब हल्का रह गया। मुठभेड़ में पुलिस ने दो बदमाशों को धरदबोचा। एक बदमाश घायल भी हुआ। दो बदमाश रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले।
थाना थानाभवन के जलालाबाद निवासी सुमित उर्फ विक्की व हसनपुर लुहारी निवासी ओमपाल हजारी दो ऐसे बदमाश थे, जो तलाशने के बाद भी जनपद की खाकी के धुरंधरों के हत्थे नहीं चढ़ पा रहे थे। ओमपाल हजारी पर तो सहारनपुर पुलिस ने पचास हजार का इनाम भी घोषित था। यह पता चलने के बाद सहारनपुर पुलिस के अलावा जनपद पुलिस दोनों शातिरों को सूंघती हुई घूम रही थी। सहारनपुर की क्राइम ब्रांच सहित तीन पुलिस टीमों ने दोनों की तलाश में जलालाबाद व हसननुपर लुहारी में दबिश भी दी थी। उनके न मिलने पर परिवार की एक महिला से भी पूछताछ की गई थी। यदि शामली पुलिस की माने तो फरारी के दौरान इन दोनों ने अपने गिरोह के साथ मिलकर कांधला में एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी का अपहरण कर फिरौती वसूली। थानाभवन क्षेत्र में बाइक लूटी। इसके बावजूद शामली पुलिस दोनों को तलाश नहीं कर सकी। विक्की पर 14 और ओमपाल पर 29 मुकदमे दर्ज थे। दोनों को पांच दिन पहले सहारनपुर पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। इसके बाद से शामली के धुरंधर खुद का ठगा सा मान रहे थे। वह मौके की तलाश में थे। मंगलवार रात शामली पुलिस ने पड़ोसी जनपद मुजफ्फरनगर के कस्बा बुढ़ाना क्षेत्र के गांव दभेड़ी निवासी इरफान को मुठभेड़ में घायल कर दबोच लिया। यदि सूत्रों की माने तो कुंडा के गंगोह सहारनपुर निवासी शहजाद पुलिस के इरादे भांपकर हाथ खड़े कर बाहर आ गया था। तब उसे गिरफ्त में लिया गया। दभेड़ी निवासी आरिफ व भैंसानी, थानाभवन निवासी जाबिर भाग गया। इस मुठभेड़ से शामली पुलिस ने अपने दिल की कसक को कम तो किया लेकिन ठांय-ठांय का जवाब हल्का रह गया। इसके बावजूद एसपी ने पुलिस की पीठ थपथपाई है।