मौसम पर छाया स्माग, लोगों को हो रही परेशानी
शामली जेएनएन। सर्दी के चलते स्माग का भी लगातार कहर बढ़ रहा है। ठंड के साथ मौसम में आई नमी से प्रदूषण आसमान में स्माग का रूप ले रहा है। स्माग सुबह व शाम के समय आसमान में देख जाता है। सुबह मौसम धुंधला रहता है दोपहर के बाद मौसम साफ हो जाता है। यह सिलसिला लगातार जारी है।
शामली, जेएनएन।
सर्दी के चलते स्माग का भी लगातार कहर बढ़ रहा है। ठंड के साथ मौसम में आई नमी से प्रदूषण आसमान में स्माग का रूप ले रहा है। स्माग सुबह व शाम के समय आसमान में देख जाता है। सुबह मौसम धुंधला रहता है, दोपहर के बाद मौसम साफ हो जाता है। यह सिलसिला लगातार जारी है।
मंगलवार की सुबह आसमान में स्माग की चादर फैली रही। जिससे आंखों में जलन के साथ ही सांस में घुटन की दिक्कत महसूस होती रही। वहीं वाहन सवारों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बाइकों पर जाने वाले लोग स्माग से काफी परेशान है। बाइक पर चलने से आंखों में जलन महसूस होती है। इसी के साथ लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ होती रही। हर साल हम स्माग की स्थिति से निपटने के लिए अफसर तमाम तरीकों से वायु प्रदूषण को मात देने के दावे करते है। लेकिन स्मॉग हर साल बढ़ ही रहा है। सुबह के समय बाहर घूमने वाले लोग भी स्माग के चलते नही जा रहे है। वह घर पर रहकर व्यायाम कर रहे है। जिला प्रशासन का दावा है कि प्रदूषण से निजात दिलाने के गन्ने की पत्ती व पराली के साथ कूड़ा करकट जलाने पर सख्ती से रोक लगा रखी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक वैज्ञानिक डीसी पांडेय ने बताया कि प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। शामली वायु गुणवत्ता सूचकांक 350 से ऊपर तक पहुंच चुका है। यह स्थिति और बढ़ सकती है।