पुण्यतिथि पर इंदिरा, जयंती पर पटेल को किया याद
कांग्रेसियों ने प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। वहीं प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई गई। इस दौरान दोनों के योगदान पर चर्चा की गई और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान भी किया गया।
शामली, जागरण टीम। कांग्रेसियों ने प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। वहीं प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई गई। इस दौरान दोनों के योगदान पर चर्चा की गई और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान भी किया गया।
विश्वकर्मानगर में आयोजित कार्यक्रम में इंदिरा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए। पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि इंदिरा गांधी में निर्णय लेने की अपार क्षमता थी और वह कठिन परिस्थिति में भी धैर्य बनाए रखती थी। वह विश्व प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ थीं। उन्होंने हमेशा राष्ट्र की उन्नति के लिए काम किया। राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
वक्ताओं ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म गुजरात के नडियाद में हुआ था। लंदन में बैरिस्टर की पढ़ाई की और अहमदाबाद में वकालत की। महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर वह स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े थे। बारडोली सत्याग्रह में महिलाओं ने वल्लभभाई पटेल को सरदार की उपाधि दी थी। इस दौरान राजकुमार शर्मा, ठाकुर लाखन सिंह, योगेश भारद्वाज, नरेंद्र शर्मा, मनोज शर्मा, राजीव मलिक, संजय वत्स, महिपाल शर्मा, सुभाष शर्मा, सतबीर शर्मा आदि मौजूद रहे।
वहीं, बड़ी आल मोहल्ला में आयोजित कार्यक्रम जिलाध्यक्ष दीपक सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री रहते हुए इंदिरा गांधी ने देश को सशक्त बनाने का काम किया। बैंकों का राष्ट्रीयकरण एवं सरलीकरण किया। सरदार वल्लभभाई पटेल ने 565 रियासतों का विलय कर भारत को सशक्त किया और एकता के सूत्र में पिरोया। इस दौरान जिला उपाध्यक्ष प्रवीण तरार, शहर अध्यक्ष अनुज गौतम, श्यामलाल शर्मा, धीरज उपाध्याय, श्रीपाल सिंह, अरविद झंझोट, निन्हा अंसारी, मुनेश देवी, विनोद सैन, डा. राजीव वशिष्ठ आदि मौजूद रहे।
वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई
संवाद सूत्र, कांधला : कस्बे के राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भारत के प्रथम गृहमंत्री महान स्वतंत्रता सेनानी लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई गई।
महाविद्यालय की प्राचार्या प्रमोद कुमारी ने सरदार पटेल के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर पुष्पांजलि अर्पित की। प्रमोद कुमारी ने कहा कि सरदार पटेल भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रणी नेता, राष्ट्रीय एकता व अखंडता के सूत्रधार थे। महात्मा गांधी के प्रभाव में उन्होंने वकालत को छोड़कर स्वतंत्रता की लड़ाई में भाग लिया था। गांधी की प्रेरणा से खेड़ा के किसान आंदोलन का नेतृत्व किया। इसके बाद उनकी पहचान एक जननेता के रूप में बन गई थी। स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र के सामने सबसे बड़ी चुनौती देसी राज्यों को भारतीय संघ में शामिल कराना था। प्रथम गृहमंत्री के रूप में सरदार पटेल ने इस काम को अच्छे से पूरा किया। उन्होंने 565 राज्यों का विलय भारतीय संघ में कराया। स्वतंत्रता के दौर के सभी सेनानी महान हैं। सबकी अपनी अपनी भूमिका है। हमें उनका सकारात्मक मूल्यांकन करना चाहिए, और नेताओं के आपसी मतभेदों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। इस अवसर पर डा. पंकज चौधरी, डा. रामायन राम, डा. नयना शर्मा, पिटू लाल, किशनलाल व मुनव्वर हसन आदि रहे।