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मंत्री के फर्जी पीएसओ ने फ्लाइट टिकट के लिए किया फोन

स्टांप एवं पंजीयन मंत्री का फर्जी पीएसओ वर्तमान में शामली पुलिस और प्रशासन अधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। उसने हाल ही में जिलाधिकारी शामली के आवास पर फोन किया। बाद में स्टांप विभाग के डीआइजी (स्टांप) से पंजीयन एवं स्टांप मंत्री के दो रिश्तेदारों के लिए दिल्ली से लखनऊ फ्लाइट के दो टिकट कराने को कहा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 10:35 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 10:35 PM (IST)
मंत्री के फर्जी पीएसओ ने फ्लाइट टिकट के लिए किया फोन
मंत्री के फर्जी पीएसओ ने फ्लाइट टिकट के लिए किया फोन

शामली, जागरण टीम। स्टांप एवं पंजीयन मंत्री का फर्जी पीएसओ वर्तमान में शामली पुलिस और प्रशासन अधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। उसने हाल ही में जिलाधिकारी शामली के आवास पर फोन किया। बाद में स्टांप विभाग के डीआइजी (स्टांप) से पंजीयन एवं स्टांप मंत्री के दो रिश्तेदारों के लिए दिल्ली से लखनऊ फ्लाइट के दो टिकट कराने को कहा। डीआइजी (स्टांप) ने शामली कोतवाली में फर्जी पीएसओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

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यह मामला आठ दिन पुराना है। 24 जुलाई की रात आठ बजे जिलाधिकारी शामली कार्यालय से स्टांप विभाग के मुरादाबाद रेंज के डीआइजी यादराम को फोन किया गया। बताया कि उप्र के स्टांप एवं पंजीयन मंत्री के यहां से फोन आया था। फोन नंबर भी बताया गया। कहा गया कि इस नंबर पर शामली के एआइजी स्टांप एवं पंजीयन मंत्री के पीएसओ से बात कर लें। कुछ दिन पहले एआइजी शामली का चार्ज संभाल रहे यादराम को मामला कुछ संदिग्ध प्रतीत हुआ। बात करने पर सच सामने आ गया। इसके बाद शामली कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया।

बताया गया कि शामली स्टांप विभाग के एआइजी मेवालाल पटेल 31 मार्च को सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद सहारनपुर मंडल के डीआइजी यादराम को शासन के आदेश पर शामली एआइजी का चार्ज सौंपा गया था। उनका भी जुलाई माह के दूसरे पखवाड़े में मुरादाबाद डीआइजी के पद पर तबादला हो गया। इसके बाद से शामली एआइजी का पद खाली है। यादराम ने बताया कि जिलाधिकारी कार्यालय से फोन आने के बाद उन्हें शक हुआ था। तब उन्होंने प्रदेश मंत्री के ओएसडी से बातचीत की थी तो उन्होंने या मंत्री आवास-कार्यालय के किसी व्यक्ति के इस तरह के फोन करने से इन्कार कर दिया। फर्जी पीएसओ ने उन्हें बताया था कि मंत्री ने उन्हें घर से बुलाकर अपने रिश्तेदारों के लिए दिल्ली से लखनऊ फ्लाइट के दो टिकट कराने का कार्य सौंपा था। जिस दिन फर्जी पीएसओ से बातचीत हुई, उस दिन स्टांप एवं पंजीयन मंत्री ने दिल्ली यूपी भवन में विभागीय अधिकारियों की बैठक ली थी। मामले का सच सामने आया तो उन्होंने जिलाधिकारी शामली के पेशकार को पूरा मामला बताया। उधर, विभागीय मंत्रालय से भी जिलाधिकारी के पास इस बारे में फोन कर फर्जीवाड़े के प्रति सतर्क रहने को कहा । डीआइजी (स्टांप) ने जिलाधिकारी शामली जसजीत कौर से भी वार्ता की। जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई के लिए लिखा था। इसके बाद शामली कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ। सीओ सिटी प्रदीप कुमार का कहना है कि जांच की जा रही है।


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