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शिक्षा की अलख से रोशन कर रहे भविष्य

जागरण संवाददाता, शामली : कैराना के बदलूगढ़ प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक राकेश सैनी समा

By JagranEdited By: Published: Mon, 31 Dec 2018 10:25 PM (IST)Updated: Mon, 31 Dec 2018 10:25 PM (IST)
शिक्षा की अलख से रोशन कर रहे भविष्य
शिक्षा की अलख से रोशन कर रहे भविष्य

जागरण संवाददाता, शामली : कैराना के बदलूगढ़ प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक राकेश सैनी समाज में शिक्षा के प्रति जागरूक तो फैला ही रहे हैं, साथ ही बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ जीवन मूल्यों व नैतिक शिक्षा का ज्ञान भी दे रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए इन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। इनका कार्य समाज के लिए मिसाल है तो सिस्टम के लिए सबक भी है।

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कैराना के झाडखेड़ी निवासी राकेश सैनी वर्ष 1996 में शिक्षक बने थे। कैराना देहात व मोहम्मदपुर राई समेत कई स्कूलों में शिक्षण कार्य कर चुके हैं। वर्ष 2010 में इनकी तैनाती बदलूगढ़ के प्राथिमक विद्यालय में हुई थी। तब स्कूल में सिर्फ 53 बच्चों का पंजीकरण था। करीब आधे ही स्कूल आते थे। राकेश सैनी ने बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए एक अभियान शुरू किया। वह सभी बच्चों के घर जाते थे व अभिभावकों को जीवन में शिक्षा का महत्व बताते हुए बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करते थे। कुछ दिन बाद ही सकारात्मक परिणाम आने लगे। वर्तमान में यहां 154 बच्चे पढ़ते हैं। जो बच्चे कमजोर हैं, उन्हें अलग से वक्त भी देते हैं। एक अच्छा माहौल बनाने के लिए स्कूल का सौंदर्यकरण भी कराया व मिड डे मील की गुणवत्ता को भी बेहतर कराया। बच्चों को समय पर पाठ्यपुस्तकें व यूनिफॉर्म की व्यवस्था भी कराते हैं। इनकी मेहनत का ही परिणाम रहा कि चार साल पहले इस स्कूल को आदर्श मानते हुए अंग्रेजी माध्यम के लिए चुना गया। राकेश सैनी ने मानव चेतना केंद्र की स्थापना की हुई है, जिसके जरिए समाज में समानता के अधिकार के लिए काम करते हैं। राकेश सैनी कहते हैं कि शिक्षित समाज से ही राष्ट्र निर्माण हो सकता है। वह अपनी ओर से प्रयास कर रहे हैं। जब अच्छे परिणाम आते हैं तो मनोबल बढ़ जाता है। रोजाना देते हैं व्याख्यान

राकेश सैनी रोजाना किसी न किसी विषय पर रोजाना व्याख्यान देते हैं। वह बच्चों को पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, इतिहास व महापुरुषों के बारे में भी बताते हैं। राकेश सैनी का मानना है कि बच्चों के व्यक्तित्व का विकास करना है। उन्हें ऐसी शिक्षा मिलनी चाहिए, जिससे वह भविष्य भी बेहतर बनाएं। अपनी संस्कृति से भी जुड़े रहे व समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी समझे। 1.80 हजार रुपये कर चुके हैं खर्च

स्कूल के कायाकल्प में राकेश सैनी के 1.80 लाख रुपये खर्च किए हैं। राष्ट्रपति पुरस्कार की धनराशि भी स्कूल में खर्च की गई। ग्राम प्रधान मुनीदा बेगम के सहयोग से शौचालय बेहतर बनाया गया है। शिक्षण सहायक सामग्री की व्यवस्था की गई है। स्कूल में पें¨टग का काम चल रहा है। स्मार्ट क्लास के संचालन के लिए फि¨टग हो चुका है। जल्द ही स्मार्ट क्लास संचालित की जाएगी।


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