रेलवे की आय बढ़ने पर भी विकास कार्य अटके
दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलमार्ग पर यात्रियों को कोई खास सुविधा नहीं मिल रही है। कई सालों से उठाई जा रही दोहरीकरण जाम से मुक्ति को मिनी अंडरपास और लंबी दूरी की ट्रेन की मांग आज तक लंबित है।
शामली, जेएनएन। दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलमार्ग पर यात्रियों को कोई खास सुविधा नहीं मिल रही है। कई सालों से उठाई जा रही दोहरीकरण, जाम से मुक्ति को मिनी अंडरपास और लंबी दूरी की ट्रेन की मांग आज तक लंबित है। विद्युतीकरण का कार्य भी धीमी गति से चल रहा है। यदि देखा जाए तो सुविधा न देने के पीछे विभागीय अधिकारियों की नजरों में इस रेलमार्ग का नोन प्रोडेक्टिव बन चलना था, लेकिन पिछले कुछ माह से इस रेलमार्ग पर बिना टिकट यात्रा करने वालों की धरपकड़ शुरू कर कई लाख का जुर्माना वसूला गया। इस कार्रवाई से टिकटों की भी बिक्री में इजाफा हुआ। रेलवे की आय बढ़ने के बाद अब यात्री अपनी पुरानी मांगों के पूरे होने को लेकर टकटकी लगाए हैं।
शामली क्षेत्र में रेलमार्ग अंग्रेजों के समय से है। उस समय से आज तक इस रेलमार्ग पर कुछ ही सुविधा बढ़ी है। जनपदवासियों ने इस मार्ग पर लंबी दूरी की ट्रेन, रेलवे लाइन के दोहरीकरण, विद्युतीकरण, शामली में धीमानपुरा और बुढ़ाना मार्ग रेलवे फाटक के बंद होने पर काफी समय तक लगने वाले जाम से मुक्ति के लिए इन दोनों फाटकों पर मिनी अंडरपास बनाए जाने की मांग उठाई गई, लेकिन मात्र विद्युतीकरण के अलावा कोई मांग पूरी नहीं हो सकी है। विद्युतीकरण का कार्य भी लोनी से धीमी गति से चलता आ रहा है। बताया तो यह भी जाता है कि पूर्व समय में दोहरीकरण के डवलपमेंट का प्रोजेक्ट तैयार कर रेलवे बोर्ड के पास भेजा गया था, लेकिन सबकुछ अधर में लटका है। रही बात लंबी दूरी की ट्रेन की, वह तो नहीं मिली, लेकिन दिल्ली से शामली तक एक पैसेंजर ट्रेन अवश्य मिली है। सूत्र बताते हैं कि इस मार्ग पर सुविधाओं को न दिए जाने के पीछे इस रेलमार्ग पर ज्यादातर यात्रियों के बिना टिकट यात्रा करने के कारण रेलमार्ग का अधिकारियों की नजरों में नॉन प्रोडेक्टिव होना माना जा रहा था। अब चेकिग के बाद रेलवे की आय बढ़ी है। जनपदवासियों का कहना है कि अब तो रेलवे को सभी मांग पूरी कर देनी चाहिए। -ऐसे बढ़ी रेलवे की आय
रेलवे मार्ग पर सुविधाओं व आए बढ़ाने के लिए रेलवे अधिकारियों को कई प्रकार के प्रस्ताव भेजे थे। जिस पर पिछले वर्ष अक्टूबर माह से ट्रेनों में चेकिग शुरू हुई तो टीम ने सैकड़ों बिना टिकट यात्रियों को पकड़कर लाखों रुपये का जुर्माना वसूला। यदि इस वर्ष जनवरी माह को देखे तो इस माह में 3302739 के टिकट बिके, जबकि पिछले साल 2019 में 2502597 रुपये के टिकट बिके थे। यह हालात पिछले कई माह के भी हैं। यहां तक प्रतिमाह बनने वाली एमएसटी की संख्या में अच्छा इजाफा हुआ है।
उधर अग्रवाल मित्र मंडल के सचिव अनुज बंसल ने कहा कि दोहरीकरण और जाम से मुक्ति को धीमानपुरा रेलवे फाटक के दोनों ओर मिनी अंडरपास बनाने की मांग उठाई थी। वर्ष 2019 में अक्टूबर माह से ट्रेनों में चेकिग शुरू की गई, जिससे रेलवे की आय बढ़ी है। हाल ही में केंद्र व प्रदेश सरकार का बजट भी आया, बावजूद इसके यात्रियों को कोई सुविधा नहीं मिल सकी है। इन्होंने कहा..
इस रेलमार्ग पर विद्युतीकरण का कार्य लोनी से शुरू हो चुका है। अन्य प्रोजेक्ट के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं है। टिकटों की बिक्री व बागपत क्षेत्र में चेकिग के दौरान बिना टिकट यात्रियों के पकड़े जाने से विभाग की आए बढ़ी है।
राज रत्न, सीएमआइ शामली।