कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकें, परिवार को रखें सुरक्षित
कोरोना एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहा है। लोग टीकाकरण के लिए उत्साहित जरूर हैं लेकिन अब भी पूरी सतर्कता नहीं बरती जा रही है। कोविड गाइडलाइन का पालन और टीकाकरण बेहद जरूरी है तभी कोरोना की चेन को तोड़ा जा सकेगा। इसमें लोगों की लापरवाही भारी पड़ सकती हैं।
शामली, जागरण टीम। कोरोना एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहा है। लोग टीकाकरण के लिए उत्साहित जरूर हैं, लेकिन अब भी पूरी सतर्कता नहीं बरती जा रही है। कोविड गाइडलाइन का पालन और टीकाकरण बेहद जरूरी है, तभी कोरोना की चेन को तोड़ा जा सकेगा। इसमें लोगों की लापरवाही भारी पड़ सकती हैं।
कोरोना का प्रकोप फिर से तेज हुआ है और लोग लापरवाही कर रहे हैं। चिकित्सकों का मानना है कि ऐसे में पहले से भी अधिक गंभीर स्थिति हो सकती है। लोगों को जागरूक होना चाहिए और खुद के साथ ही दूसरों को भी मास्क व शारीरिक दूरी का पालन करने पर जोर दिया जाना चाहिए। चिकित्सक डा. गुरदीप सैनी ने बताया कि जब कोरोना का शुरुआती दौर था, तब लोग डरे भी हुए थे और ऐसे में बचाव की गाइडलाइन का अधिकांश लोग पूरा पालन कर रहे थे, लेकिन अब फिर से लापरवाही बरती जा रही है। ऐसे में हालात गंभीर हो सकते हैं। वैसे तो हमें डरना नहीं चाहिए, लेकिन अब लापरवाही बहुत अधिक बढ़ गई है। कोरोना के फैलने की क्षमता अधिक हो गई है और दूसरा लापरवाही संक्रमण को दावत दे रही है। एक व्यक्ति में वायरस आया तो परिवार के सदस्यों के साथ ही अन्य मिलने-जुलने वाले भी संक्रमित हो सकते हैं। दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी
चिकित्सक डा. विपिन कौशिक ने बताया कि सभी को पता है कि सावधानी ही बचाव है। मास्क लगाने के साथ ही दो गज की दूरी का पालन और हाथों को बार-बार धोना बहुत जरूरी है। बेवजह घर से बाहर निकलना बंद करें। लाकडाउन को हमें भूलना नहीं चाहिए और हम फिर से ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना चाहेंगे। यदि अब भी हमने सावधानी न बरती तो संक्रमण को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाएगा। खान-पान का ध्यान रखें और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए फल-सब्जियां और संतुलित खानपान का प्रयोग करें। कोरोनारोधी टीकाकरण में न करें चूक
पीजीआइ रोहतक में चिकित्सक डा. गुरमीत सिंह बताते हैं कि कोरोनारोधी वैक्सीन लगवाने में कोई भी हीलाहवाली न करें। इसेअनिवार्य तौर पर लगवाए। वैक्सीन आपके शरीर को किसी बीमारी, वायरस या संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती है। ये शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रमण की पहचान करने के साथ ही उनके खिलाफ शरीर में एंटीबाडी बनाते हैं, जो बाहरी हमले से लड़ने में हमारे शरीर की मदद करती हैं। इसलिए टीकाकरण हमारे लिए रामबाण काम करता है।