जाम से मुक्ति की कवायद, गन्ना लदे ट्रकों के लिए बनेगा यार्ड
गन्ना सीजन शुरू होते ही शहर में जाम की समस्या विकराल हो जाती है। इस बार अक्टूबर के अंतिम या नवंबर के पहले सप्ताह में पेराई सत्र शुरू होगा। जाम से मुक्ति के लिए मिल के पुराने चीनी गोदाम परिसर में क्रय केंद्रों से गन्ना लेकर आने वाले ट्रकों के लिए यार्ड बनाया जा रहा है।
शामली, जेएनएन। गन्ना सीजन शुरू होते ही शहर में जाम की समस्या विकराल हो जाती है। इस बार अक्टूबर के अंतिम या नवंबर के पहले सप्ताह में पेराई सत्र शुरू होगा। जाम से मुक्ति के लिए मिल के पुराने चीनी गोदाम परिसर में क्रय केंद्रों से गन्ना लेकर आने वाले ट्रकों के लिए यार्ड बनाया जा रहा है। ऐसे में गत वर्षो के मुकाबले 70-80 अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉली मिल परिसर में दाखिल हो सकेंगी।
पेराई सत्र में गन्ने की आवक बढ़ जाए या मिल में कोई खराबी आ जाए तो शहर में गन्ना लदे वाहनों की कतार लग जाती है। कई-कई दिन तक जाम लगा रहता है। हर किसी को परेशानी का सामना करना पड़ता है। चीनी मिल का रास्ता शहर के बीच से होकर जाता है। इसके अलावा कोई रास्ता ही नहीं है। ऐसे में नवंबर से जून तक समस्या रहती है। जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि बुढ़ाना रोड पर चीनी के पुराने गोदाम हैं और वहां पर काफी जगह है। क्रय केंद्रों से ट्रक में गन्ना लाया जाता है। अगर किसानों की संख्या मिल में अधिक होगी तो ट्रकों को यार्ड में ही खड़ा कर दिया जाएगा। मिल का एक गेट ट्रकों के लिए होता है, लेकिन गन्ने की अधिक आवक होने पर उस गेट से भी किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली अंदर ला सकेंगे। इससे करीब 70-80 ट्रैक्टर ट्रॉली अधिक आ सकेंगी और उम्मीद है कि ऐसा होने पर शहर में कतार नहीं लगेगी। -क्रय केंद्र बाहर लगाने की योजना पर अभी अमल नहीं
शहर में सात रास्तों से गन्ने के वाहन आते हैं। प्रशासन ने पूर्व में सातों रास्तों पर शहर से पहले क्रय केंद्र लगाने के लिए जमीन चिन्हित करने के निर्देश गन्ना विभाग को दिए थे। जिला गन्ना अधिकारी का कहना है कि आगामी सत्र में क्रय केंद्र बाहर लगाने की व्यवस्था नहीं होगी।
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शामली में इन रास्तों से आता है गन्ना
- गांव सिभालका की ओर से
- कुड़ाना रोड से
- माजरा रोड
- झिझाना रोड से
- कैराना रोड से
- दिल्ली रोड से
- एसटी तिराहे की ओर से
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शहर में पार्किंग नहीं, अतिक्रमण की भी समस्या
शहर में मुख्य सड़कों से लेकर बाजारों तक अतिक्रमण है। ऐसे में सड़कें संकरी हो गई हैं, जिसके चलते अक्सर जाम की समस्या बनती है और वाहन रेंगते हैं। वहीं शहर में एक भी पार्किंग नहीं है। ऐसे में तमाम वाहन सड़कों के किनारे बेतरतीब ढंग से खड़े होते हैं और जाम की समस्या बढ़ती है। अतिक्रमण हटाने को लेकर कभी गंभीर प्रयास नहीं हुए। कभी-कभी औपचारिकता जरूर पूरी की गई। नगर पालिका का कहना है कि पार्किंग के लिए जमीन नहीं है। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण को पार्किंग के लिए जमीन चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं।
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इन्होंने कहा..
पेराई सत्र में जाम की समस्या न बने, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी जाएगी और जल्द ही अभियान चलाया जाएगा।
-अरविद कुमार, अपर जिलाधिकारी, शामली