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गुस्से में आत्मसंयम खो देते हैं लोग

शामली जेएनएन प्रधानाचार्य ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने देखा होगा लोग गुस्से में आकर अपना आत्म-संयम खो बैठते है। लोगों के आत्मसंयम में भारी कमी आई है जिसके खराब नतीजे होते है। कुछ लोग बिना कुछ सोचे प्रतिक्रिया दे देते है और उसके घातक परिणामों पर विचार नहीं कर पाते है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 06:11 PM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 06:11 PM (IST)
गुस्से में आत्मसंयम खो देते हैं लोग
गुस्से में आत्मसंयम खो देते हैं लोग

शामली, जेएनएन : प्रधानाचार्य ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने देखा होगा लोग गुस्से में आकर अपना आत्म-संयम खो बैठते है। लोगों के आत्मसंयम में भारी कमी आई है, जिसके खराब नतीजे होते है। कुछ लोग बिना कुछ सोचे प्रतिक्रिया दे देते है और उसके घातक परिणामों पर विचार नहीं कर पाते है। कुछ पाने की चाहत में बि•ाी जिदगी के कारण आत्मसंयम टूटता जाता है। आत्मसंयम होने के कई फायदे है। इससे कई व्यर्थ की आदतों से छुटकारा मिल जाता है। आत्मसंयम हमें जन्म से नहीं मिलता, इसे पाने के लिए कोशिशे करनी पड़ी है। इसके लिए मन को निरंतर साफ करते रहना चाहिए। काम, क्रोध, लोभ, मोह और भय हमेशा हमारा रास्ता रोकते है। इसलिए इन्हे आगे नहीं बढ़ने देना चाहिए। आत्मसंयम का मानसिक स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है। आत्मसंयम बनाने के लिए गुस्से के स्तर को कम करना पड़ता है। दिमाग को शांत रखे और विवेक और दया-भाव से काम करे। दिल कई बार दिमाग पर भारी पड़ता है, इसलिए स्वयं पर नियंत्रण बढ़ाने के लिए अपनी भावनाओं का उपयोग करे। दिल से सोचना कई बार बेहतर होता है।

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- वी के गुलाटी, प्रधानाचार्य आर डी इंटर कालेज सिक्का-सिलावर शामली


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