मिल की छाई एवं धुएं से प्रदूषण रेलपारवासी हुए घरों में कैद
शामली जेएनएन जीवन की कई जटिल समस्याओं के बीच वायु प्रदूषण अब लोगों के लिए बड़ी समस्या बनता जा रहा है। दिवाली के बाद स्मॉग की समस्या से जहां लोग प्रभावित रहे लेकिन रेलपार के नागरिक सालोंसाल शुगर मिल से निकलने वाली छाई से परेशान हैं। सर्दियां शुरू होते ही जैसे-जैसे चीनी मिल चलने लगती है यहां के नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी परेशानिया एकाएक बढ़ने लगती हैं।
शामली, जेएनएन : जीवन की कई जटिल समस्याओं के बीच वायु प्रदूषण अब लोगों के लिए बड़ी समस्या बनता जा रहा है। दिवाली के बाद स्मॉग की समस्या से जहां लोग प्रभावित रहे लेकिन रेलपार के नागरिक सालोंसाल शुगर मिल से निकलने वाली छाई से परेशान हैं। सर्दियां शुरू होते ही जैसे-जैसे चीनी मिल चलने लगती है यहां के नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी परेशानिया एकाएक बढ़ने लगती हैं। चीनी मिल की निरंतर निकलती छाई के कारण लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं।
हालांकि वायु प्रदूषण फैलाने पर तीन दिन पहले ही प्रशासन ने अपर दोआब चीनी मिल पर 60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है, लेकिन रेलपार मोहल्ले के लोग इस जुर्माने को काफी नहीं मान रहे हैं और अब एनजीटी से अपनी समस्या के समाधान के लिए शिकायत करने का मन बना चुके हैं।
रेलपार मोहल्ले के लोगों ने दस दिन पहले जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया था कि कई लोगों को आंख में छाई गिरने के कारण डॉक्टर के पास जाना पड़ा तो काफी लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। सुबह जब छत पर जाते हैं तो काफी मात्रा में छाई इकट्ठा हो जाती है। न तो छत पर कपड़े सुखा सकते हैं और न ही गेहूं आदि। महिलाओं का काम बढ़ गया है। उन्हें थोड़ी-थोड़ी देर बाद घर के आंगन को साफ करना पड़ रहा है। खुले में भी लोग बैठ नहीं पा रहे हैं। दिन-रात छाई गिरती ही रहती है। समस्या के समाधान के नाम पर मिल पर 60 हजार का जुर्माना लगा दिया गया जिसे यहां के निवासी नाकाफी मन रहे हैं।
बोले परेशान लोग
मिल चलने के बाद से ही परेशानी शुरू हो जाती है। सालों से यह दिक्कत है, लेकिन आज तक समाधान नहीं किया गया। वर्तमान में पहले ही वायु प्रदूषण बहुत अधिक है और अब मिल के धुएं व छाई ने दिक्कत बढ़ा दी है। ऐसा लग रहा है कि मिल पर लगा जुर्माना काफी नहीं है।
-वेदपाल सिंह
हमारा तो काम काफी बढ़ गया है। सुबह सफाई करते हैं, लेकिन दोपहर तक घर के खुले स्थान पर छाई गिर जाती है। हवा चलती है तो भीतर के कमरों तक छाई पहुंच जाती है। दिन में कई-कई बार सफाई करनी पड़ रही है। बड़ी दिक्कत ये भी है कि आटे के लिए गेहूं कहां सुखाएं।
-ऊषा देवी
मेरी आंख में तीन दिन पहले छाई गिर गई थी। आंख से पानी आना बंद नहीं हुआ और लाल हो गई। इसके बाद डॉक्टर के पास जाना पड़ा। सुबह के वक्त ठंड होती है, लेकिन धूप में भी नहीं बैठ सकते हैं। प्रशासन को हमारी समस्या पर संज्ञान लेना चाहिए।
-विपिन वेद
दीपावली के बाद से मुझे सांस लेने में काफी दिक्कत है। स्मॉग तो छट गया, लेकिन मेरी परेशानी कम नहीं हुई है। मिल का धुआं और छाई ने घर में कैद करके रख दिया है, लेकिन आवश्यक कार्य के लिए तो बाहर जाना ही पड़ता है और सांस लेने में काफी तकलीफ होती है।
-रामेश्वर दयाल शर्मा
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इन्होंने कहा..
वायु प्रदूषण फैलाने पर हाल ही में चीनी मिल समेत कई औद्योगिक इकाइयों पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड समेत कई विभागों के अधिकारी निगरानी कर रहे हैं।
-अरविंद कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी शामली