अभिभावक नहीं दे रहे फीस, आर्थिक संकट में स्कूल
कोरोना संक्रमण के चलते आठ माह से बंद बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त स्कूलों को अभिभावकों के फीस जमा न कराने से आर्थिक संकट सामना करना पड़ रहा है।
शामली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के चलते आठ माह से बंद बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त स्कूलों को अभिभावकों के फीस जमा न कराने से आर्थिक संकट सामना करना पड़ रहा है। अभिभावकों में भ्रम फैलाया जा रहा है कि सरकार ने पूरे वर्ष की फीस माफ कर दी है। इसको लेकर स्कूल संचालकों व अभिभावकों में विवाद हो रह हैं। विद्युत बिल व आनलाइन शिक्षण में आ रहे खर्च को वहन करने में परेशानी हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर आर्थिक पैकेज देने की मांग की है।
लाकडाउन लागू होने से अब तक नर्सरी से कक्षा 8 तक स्कूल बंद है। क्षेत्र में बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त स्कूल आनलाइन शिक्षण संचालित कर रहे है। आनलाइन शिक्षण में कम विद्यार्थी जुड़ रहे हैं। एंड्रायड मोबाइल की सुविधा कम अभिभावकों के पास है। बंद पड़े स्कूलों में विद्युत बिल, आनलाइन शिक्षण करा रहे शिक्षकों देने का माध्यम एक मात्र अभिभावकों से शुल्क है। अभिभावक शुल्क जमा नहीं करा रहे हैं। अभिभावकों में भ्रम फैलाया जा रहा कि सरकार ने पूरे वर्ष की फीस माफ कर दी है। इसको लेकर स्कूल संचालकों व अभिभावकों में विवाद हो रह हैं। अभिभावकों ने फीस जमा न कराने से आठ माह से बंद पड़े स्कूल संचालकों के सामने आर्थिक संकट छा गया है। शिक्षण कर रहे शिक्षक पूरी बेरोजगार हो गए। शिक्षक परेशान है। बेसिक मान्यता प्राप्त संघ से जुडे़ स्कूल संचालक डा. विजय, सुशील जैन, चंदगीराम, मुकेश सैनी, जयप्रकाश, नरेश आर्य, केके शर्मा, राजू बजाज ने मुख्यमंत्री का पत्र भेज आर्थिक पैकेज दिलाने की मांग की है।