एमएलसी ने की पीएचसी डुंडुखेड़ा को गोद लेने की घोषणा
मेरठ-सहारनपुर खंड (शिक्षक सीट) से एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) डुंडुखेड़ा को गोद लेने की घोषणा की है। वह गुरुवार को पीएचसी आए थे और स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया था।
शामली, जागरण टीम। मेरठ-सहारनपुर खंड (शिक्षक सीट) से एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) डुंडुखेड़ा को गोद लेने की घोषणा की है। वह गुरुवार को पीएचसी आए थे और स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया था।
कोरोना की दूसरी लहर के चरम पर होने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांसद-विधायकों से सीएचसी-पीएचसी गोद लेने की अपील की थी। उद्देश्य है कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया जा सके। जिले में सात सीएचसी और 25 पीएचसी हैं। पीएचसी पर चिकित्सकों व अन्य स्टाफ के साथ तमाम संसाधनों की कमी है। एमएलसी श्रीचंद शर्मा गुरुवार शाम डुंडुखेड़ा गांव पहुंचे और वहां की पीएचसी में जाकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।
एमएलसी ने बताया कि डुंडुखेड़ा कैराना विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यहां पर भाजपा के विधायक नहीं हैं। इसलिए उन्होंने उक्त पीएचसी को गोद लेने का निर्णय लिया है। पीएचसी में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाया जाएगा, जिससे क्षेत्र के लोगों को लाभ मिले। इस संबंध में योजना जल्द तैयार हो जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। जिलों के दौरे भी किए और आज प्रदेश में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आ चुकी है।
निराश्रित पशु फसलों को पहुंचा रहे नुकसान
संवाद सूत्र, कांधला : ब्लाक क्षेत्र में निराश्रित पशु किसानों की फसल को बेहद नुकसान पहुंचा रहे हैं। लोकदल नेता ने अधिकारियों से बात कर पशुओं से निजात दिलाए जाने की मांग की है।
क्षेत्र के गांव भभीसा, कनियान, हुरमजपुर समेत कई गांव में भारी तादाद में निराश्रित पशु घूम रहे हैं। पशु किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे है। किसानों का कहना है कि कि उन्हें 24 घंटे अपने खेतों में रहकर फसलों की सुरक्षा करनी पड़ रही है ।
कई किसानों की सैकड़ों बीघा फसल पशु बर्बाद कर चुके हैं। कई बार पशु किसानों पर हमला भी कर चुके हैं। किसानों ने रालोद नेता डा. विक्रांत जावला को बताया कि कोरोना को महामारी से बचाने के लिए कुछ किसानों ने वैक्सीन लगवाई है। वैक्सीन लगवाने के बाद किसानों को बुखार भी है, लेकिन ऐसे में खेत को अकेला नहीं छोड़ सकते हैं। रालोद नेता ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. यशवंत सिंह से समस्या का समाधान कराए जाने की मांग की है। डा. यशवंत सिंह ने कहा की भनेड़ा, कनिनयान व नाला की गौशाला अस्थाई थी, उन्हें अब बंद कर दिया गया है। इसलिए बेसहारा पशुओं की संख्या क्षेत्र में बढ़ी है। बीडीओ कांधला से बात कर पशुओं को पकड़वाकर किसी दूसरी गौशाला में भेजा जाएगा। बीडीओ एक सप्ताह के भीतर किसानों की समस्या का निदान कराए जाने का आश्वासन दिया है।