छूटे बच्चों को नौ फरवरी को पिलाई जाएगी पोलियो खुराक
पल्स पोलियो चक्र में घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाने का अभियान पूरा हो गया है। अब जो बच्चे छूटे हैं उन्हें नौ फरवरी को दवा पिलाई जाएगी।
शामली, जेएनएन। पल्स पोलियो चक्र में घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाने का अभियान पूरा हो गया है। अब जो बच्चे छूटे हैं, उन्हें नौ फरवरी को दवा पिलाई जाएगी।
31 जनवरी को पल्स पोलियो चक्र शुरू हुआ था। पांच वर्ष तक की आयु के 2.52 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य था। पहले दिन बूथों पर एक लाख से अधिक बच्चों को दवा पिलाई गई थी। इसके बाद एक फरवरी से तीन फरवरी तक घर-घर जाने का अभियान चला, जिसमें 511 टीमें लगाई गई थीं। चार और पांच फरवरी को कोरोना टीकाकरण हुआ, ऐसे में दो दिन उक्त अभियान बंद रहा। छह औ सात फरवरी को भी घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाई गई। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राजकुमार सागर ने बताया कि लक्ष्य के सापेक्ष अच्छी प्रगति रही। रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अब जो भी बच्चे किसी कारण से छूट गए हैं, उनके लिए नौ फरवरी का दिन निर्धारित किया है।
-- नशाखोरी के खिलाफ युवाओं ने बुलंद की आवाज
शामली: गांव हसनपुर लुहारी में युवाओं की बैठक का आयोजन किया गया। इसमें नशाखोरी के खिलाफ आवाज बुलंद की गई।
रविवार को हुई बैठक में सुमित सैनी ने कहा कि शराब पीने की प्रवृत्ति निरंतर बढ़ती जा रही है। युवा वर्ग सबसे ज्यादा नशे की गिरफ्त में आ रहा है। नशे के कारण अनेक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। नशाखोरी को दूर करने के लिए प्रत्येक को जागरूक होने की आवश्यकता है। अब नशे के खिलाफ अभियान चलाने का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि निर्णय लिया गया है कि युवाओं को इस अभिशाप से बचाने को गांव-दर-गांव व शहरों में गोष्ठियों व प्रतियोगिताओं के साथ ही विस्तृत अभियान चलाएंगे। बैठक में सुमित, आर्येश कुमार, मोनू ठाकुर, दुष्यंत सिंह आदि शामिल रहे।