अंतरराष्ट्रीय अंपायर नेटवर्क न आने से परेशान, पेड़ पर चढऩे को हुए मजबूर Shamli News
लॉकडाउन के दौरान पिछले 20 दिन से अपने गांव डांगरौल में हैं। उनका कहना है कि वे अंतरराष्ट्रीय अंपायरों की वीडियो कांफ्रेंसिंग से नहीं जुड़ पाते है।
शामली, जेएनएन। घर में रहने के दौरान इंटरनेट समय व्यतीत करने का बड़ा साधन है, लेकिन नेटवर्क की बड़ी समस्या है। इस समस्या से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अंपायर अनिल चौधरी भी 20 दिनों से जूझ रहे हैं। परेशान तो गांव के ज्यादातर लोग हैं, लेकिन इनकी परेशानी अधिक इसलिए हैं क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय अंपायरों की वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग से नहीं जुड़ पा रहे हैं। फोन पर बात करने के लिए कई बार तो पेड़ पर भी चढऩा पड़ता है।
अंतरराष्ट्रीय अंपायर अनिल चौधरी कांधला के गांव डांगरौल निवासी हैं। जब भी फुर्सत मिलती है तो वह गांव आते हैं। 20 दिन पहले गांव आए थे और लॉकडाउन के बाद से परिवार के साथ यहीं पर हैं। अनिल चौधरी का कहना है कि गांव में मोबाइल नेटवर्क की बड़ी समस्या है। नेटवर्क नहीं आते तो इंटरनेट भी नहीं चलता। खेत की तरफ कुछ नेटवर्क आते हैं। जब बहुत जरूरी बात करनी होती है तभी खेत में जाते हैं और पेड़ में चढ़ते हैं तभी बात हो पाती है। इंटरनेट की स्पीड भी काफी कम रहती है। अंतरराष्ट्रीय अंपायरों की वीडियो कांफ्रेंसिंग होती है। ऐसे में वह कांफ्रेंङ्क्षसग से नहीं जुड़ पाते। वह परिवार के साथ दिल्ली में रहते हैं।
बच्चों के स्कूल तो बंद हैं, लेकिन ऑनलाइन क्लास चल रही हैं। ऐसे में बच्चों की भी पढ़ाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि इस समस्या का समाधान किया जाए। वहीं, गांव निवासी राजन जावला का कहना है कि रात के वक्त छत पर जाने पर नेटवर्क आते हैं, लेकिन मच्छरों की भी समस्या है। उधर, अपर जिलाधिकारी अरविंद कुमार का कहना है कि अगर समस्या है तो समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
अंपायर अनिल चौधरी ने सभी से अपील की है कि कोरोना से बचाव के लिए सावधानी ही बचाव है। बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें। बार-बार हाथों को साफ करते रहें। सतर्क रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।