यमुना पर पक्का घाट न होने से हो रहे हादसे
हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हजारों श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र कालिदी (यमुना) नदी तीर्थस्थल पर अव्यवस्थाओं का बोल बाला है। यहां पर आज तक पक्के घाट का निर्माण नहीं हो सका है।
शामली, सुधीर चौधरी। हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हजारों श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र कालिदी (यमुना) नदी तीर्थस्थल पर अव्यवस्थाओं का बोल बाला है। यहां पर आज तक पक्के घाट का निर्माण नहीं हो सका है। कच्चे घाट पर ही दोनों राज्य के हजारों श्रद्धालु स्नान करते हैं। इसी वजह से प्रत्येक वर्ष यहां कई लोगों की नदी में डूबने से मौत हो जाती है।
कैराना से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित यमुना नदी श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। श्रद्धालु पित्रों का पूजन कर उनकी मोक्ष प्राप्ति के लिए स्नान कर तट पर स्थित यमुना मैय्या के मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। अव्यवस्थाओं के चलते यहां श्रद्धालु जान जोखिम में डालकर स्नान करते है। अमावस्या, कार्तिक पूर्णिमा, छठ पूजा व कांवड़ मेला आदि पर नदी पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ती है, लेकिन यहां पर श्रद्धालुओं के लिए स्नान करने के लिए कोई सुरक्षित व पक्का घाट नहीं है। विशेष पर्व पर यातायात नियंत्रण के लिए यहां सिर्फ दो चार पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाती है। नदी पर पक्का घाट नही होने के कारण स्नान के चलते श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्नान के दौरान समा जाती है जिदगी
पक्का घाट न होने के कारण स्नान के दौरान कुछ श्रद्धालु यमुना नदी में बने गहरे कुंड में समा जाते है। कुछ को गोताखोर बचा लेते हैं, लेकिन कुछ मौत को गले लगा लेते हैं। विसर्जित हुई सांसे
एक जुलाई 2019 को पानीपत निवासी एक युवक की डूबने से हुई मौत।
14 सितंबर 2019 गांव मलकपुर निवासी एक साथ सात युवाओं डूबने हुई मौत।
29 मई 2020 को गांव गन्दरऊ निवासी एक युवक डूबने से हुई मौत ।
18 जुलाई 2020 में मोहल्ला रेतावाला निवासी तीन किशोरों की डूबने से हुई मौत।
गत रविवार को शामली निवासी रोहित की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई मौत।
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बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार का कहना है कि यमुना पर पक्का घाट न होने के कारण हर वर्ष कई लोग जान गवा देते हैं। जिससे परिवार व समाज को बड़ी क्षति होती है।
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यमुना नदी पर कच्चे घाट से श्रद्धालुओं को स्नान करने के दौरान होने वाली समस्याएं व श्रद्धालुओं के डूब जाने वाली घटनाएं दु:खद है। समस्या के स्थाई निराकरण के लिए प्रयास किया जाएगा।
प्रदीप चौधरी, सांसद कैराना।
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यमुना नदी पर कच्चे घाट को पक्का बनवाने के लिए उच्चाधिकारियों व संबंधित विभाग को पूर्व में पत्र लिखा गया है।
उद्भव त्रिपाठी एसडीएम कैराना।
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