तेज रफ्तार लगा रही जिदगी पर 'ब्रेक'
वाहनों की तेज रफ्तार के कारण जिदगियां काल के गाल में समा रही हैं। हाईवे के साथ प्रमुख मार्गो पर वाहन बेलगाम दौड़ रहे हैं। कई हादसे ओवरलोड वाहनों के गलत साइड दौड़ने के कारण होते हैं।
शामली, जेएनएन। वाहनों की तेज रफ्तार के कारण जिदगियां काल के गाल में समा रही हैं। हाईवे के साथ प्रमुख मार्गो पर वाहन बेलगाम दौड़ रहे हैं। कई हादसे ओवरलोड वाहनों के गलत साइड दौड़ने के कारण होते हैं। पिछले दिनों झिझाना रोड पर गलत साइड आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार दो युवकों को कुचल दिया था। ओवरलोड वाहन भी सड़कों पर बेतरतीब ढंग से खड़े व दौड़ते हैं। यह समस्या भी हादसों का बड़ा कारण है। गड्ढायुक्त सड़कें भी सड़क दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रही हैं। 70 फीसद हादसों में ट्रक और कार की टक्कर से दोपहिया वाहन चालकों की मौत हुई है। सड़क हादसों को रोकने के लिए दावे तो खूब होते हैं, लेकिन पुख्ता व्यवस्था अभी तक नहीं बनी है। तेज गति ने छीन ली जिदगी, तीन साल में हो चुकी ढ़ाई सौ मौत-
हाल ही में हुए मुख्य हादसे-
- सितंबर माह-7 लोगों की मौत:
-मेरठ-करनाल हाईवे पर एमएस फार्म हाउस के पास लोडेड ट्रक से कुचलकर बाइक सवार दो युवकों की मौत।
- एसटी तिराहा के पास डीसीएम की टक्कर से बाइक सवार की मौत
- मेरठ-करनाल हाईवे पर झिझाना में ट्रक की टक्कर से बाइक चालक की मौत।- अक्टूबर माह-13 लोगों की मौत:
- बनत के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से तीन युवकों की मौत।
- बाबरी में केंटर की टक्कर से बाइक सवार दो युवकों की मौत।
- नवबंर माह- 7 लोगों की मौत:
- मेरठ-करनाल हाईवे पर झिझाना के पास ट्रक की टक्कर से कार सवार दो लोगों की मौत।
- बाबरी के पास ट्रैक्टर से कुचलकर बालक की मौत।
- झिझाना के पास कार की टक्कर से बाइक सवार की मौत।
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प्रशासनिक दावा :
रफ्तार-हादसों की रोकथाम को उठाया कदम-
- परिवहन विभाग-
वर्ष- 2018 2019 2020
फिटनेस चालान- 433 777 448 (अभी तक)
ओवर लोड चालान- 1345 2011 405
तेज रफ्तार- 26 28 35
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यातायात पुलिस-
वर्ष- 2018 2019 2020
गलत पार्किंग - 250 300 525
नियम उल्लंघन 3345 3517 5012
तेज रफ्तार- 24 (हाल ही में )
--- शामली शहर में नहीं है कोई पार्किंग-
शामली नगर में प्रति दिन देहात से लगभग आठ से बारह हजार लोग खरीदारी करने के लिए आते हैं। इनमें से अधिकांश अपने वाहनों से आते हैं। इन वाहनों को पार्क करने के लिए नगर में एक भी पार्किंग नही है। दुकानों के बाहर खड़े ये वाहन भी नगर में होने वाले हादसों का एक कारण है।
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यातायात नियमों का भी नहीं होता पालन
परिवहन विभाग और यातायात पुलिस आए दिन अभियान चलाकर यातायात नियमों के उल्लंघन पर वाहनों के चालान काटती है। इसके बावजूद नियमों की धज्जियां उड़ाकर वाहनों को दौड़ाया जाता है।
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हाइवे पर डिवाइडर न होना भी मुसीबत
शामली जनपद में दिल्ली-यमनौत्री, पानीपत-खटीमा व मेरठ-करनाल तीन हाईवे हैं। तीनों हाईवे लगभग चालीस किलोमीटर लंबे है। इन हाईवों पर कहीं पर डिवाइडर नही है। इसके चलते आए दिन हाईवे पर कहीं न कहीं हादसे होते है और इन हादसों में हंसती खेलती जिदगी मौत के गाल में समा जाती है।
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गड्ढायुक्त सड़कें भी हैं हादसों का कारण शामली-कैराना मार्ग पर सड़क के बीच गड्ढ़े बने हैं। इन गड्ढ़ों में गिरकर वाहन पलट जाते हैं और वाहन चालक हादसों का शिकार हो जाते हैं।
---इन्होंने कहा-
तेज रफ्तार से होने वाले हादसों पर लगाम लगाने के लिए मुख्यालय से स्पीड रडार गन मिली है। इसकी मदद से वाहनों के चालान किए जा रहे हैं। नियमों का उल्लंघन करने पर भी कार्रवाई की जा रही है।
-भंवर सिंह, जिला यातायात पुलिस प्रभारी। इन्होंने कहा-
हादसों की रोकथाम के लिए चेकिग अभियान चलाया जाता रहता है। ओवरलोड वाहन, तेज रफ्तार, फिटनेस पर चालान भी किए जाते है। वाहन चालकों को नियमों के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
मुंशीलाल, एआरटीओ।